Saturday, April 20, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
सुखराम चौधरी का संजय अवस्थी और अनिरुद्ध सिंह पर पलटवारज़िला निर्वाचन अधिकारी ने नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण कियास्वीप के अंतर्गत भरमौर विधानसभा क्षेत्र में  कुवारसीं, बजोल, बडेई और  दाडवी में मतदाता जागरूकता अभियान आयोजितएसडीएम अर्की ने कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केंद्र में चलाया विशेष जागरूकता अभियानवर्तमान कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सभी वर्ग दुखी : कश्यपगोंदपुर बुल्ला और भडियारां में मतदान प्रतिशतता बढ़ाने को लेकर ग्रामीण किए जागरूकगोंदपुर बुल्ला और भडियारां में मतदान प्रतिशतता बढ़ाने को लेकर ग्रामीण किए जागरूकउपायुक्त का 'नशा मुक्त ऊना' बनाने के लिए सभी के समन्वित प्रयासों पर बल
-
विशेष

आशा और मीना के जीवन में मुस्कान लेकर आई हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना

-
हिमालयन अपडेट ब्यूरो | February 21, 2020 04:48 PM

कुल्लू, 

 


आशा अपनी खराब माली हालत के चलते गैस कनेक्शन नहीं खरीद पा रही थी। उसके पति रविन्द्र सिंह का कुछ वर्ष पूर्व देहावसान हो चुका है। स्कूल पढ़ने वाली दो बेटियों का लालन-पालन आशा के लिए मुश्किलों भरा है। घर में गैस कनेक्शन न होने से सुबह-सुबह परेशानी और भी बढ़ जाती थी, जब विशेषकर बारिश के दिनों गीली-सूखी लकड़ी से चूल्हा जलाने में बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ती और बामुश्किल बेटियों को समय पर स्कूल भेज पाती थी।
कुल्लू की पीज पंचायत के बाईन गांव की आशा देवी को जनमंच वरदान बन गया, जब आशा ने महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन बांटते देखा। फिर क्या था, उसने झट से पता करने की कोशिश की कि क्या उसे भी मुफ्त में गैस कनेक्शन मिल सकता है। अपनी ग्राम पंचायत के प्रधान भुवनेश्वर को साथ लेकर आशा ने संबंधित विभाग के अधिकारी से बातचीत करके औपचारिकताओं के बारे में जाना। तुरंत दस्तावेज ग्राम पंचायत के माध्यम से गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन के लिए जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक के कार्यालय में जमा करवाए। बिना किसी विलम्ब के विभाग ने आशा देवी को गैस कनेक्शन प्रदान कर दिया और किसी भी प्रकार का शुल्क न लगने पर तुरंत आशा देवी के मूंह से थैंक्यू जय राम ठाकुर जैसे उद्गार प्रकट हुए।
अब आशा देवी के पास अन्य गांव वालों की तरह गैस कनेक्शन है। उन्हें अब लकड़ियां एकत्रित करने के लिए जंगलों में नहीं भटकना पड़ता। धुएं से जो निजात मिली है, उसे सबसे बड़ा सुकून मानती है आशा। इससे दोनों बेटियों को भी बड़ी राहत मिली है। वे समय पर स्कूल जा पाती हैं और स्कूल से आकर जब भी मन करे स्वयं खाना बना लेती हैं।
आशा कहती है कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जी की हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना सचमुच मेरे लिए वरदान सिद्ध हुई है। धुएं से आंखों की रोशनी को नुकसान के साथ-साथ संभावित अन्य बीमारियों की आशंका से भी निजात मिली है।
इसी प्रकार, पीज गांव की मीना को अपनी ढलती आयु और आंखों की मंद होती लौ के कारण अक्सर लकड़ी से चूल्हा जलाने में दिक्कत होती थी। मीना ने पंचायत के प्रधान से मुफ्त गैस कनेक्शन प्राप्त करवाने का आग्रह किया। कुछ ही दिनों में मीना को गैस कनेक्शन प्राप्त करने के लिए विभाग से फोन आ गया। सुनकर उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। मानो उसने जिंदगी में कितनी कुछ हासिल कर लिया। बहुत अर्से से रसोई में गैस को लेकर मीना की ख्वाहिश थी, लेकिन कभी खरीद ही नहीं पाई और पारिवारिक स्थिति भी ऐसी नहीं थी कि वह अन्य आवश्यक खर्चों को छोड़ गैस कनेक्शन खरीद पाए।
मीना अब शान से राहगिरों को भी चाय पिलाकर ही भेजती है। वह कहती है कि गैस आज के जमाने में न केवल रसोईघर की आवश्यकता है, बल्कि सामाजिक स्तर को भी बढ़ाने में मददगार है। अब वह बिना किसी हिचकिचाहट के मेहमानों का अच्छे से सत्कार कर पाती है जिसमें उन्हें बहुत सुकून और खुशी मिलती है। मीना का मानना है कि हर रसोई में गैस होने से जंगलों का भी दुरूपयोग बच रहा है। पर्यावरण भी साफ-सुथरा होगा, जिससे हमारा हिमाचल और भी खूबसूरत लगेगा। सरकार की इस शानदार योजना के लिए मीना भाव-विभोर होकर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करती है।  

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और विशेष खबरें
उप राजिक मोहर सिंह छींटा सेवानिवृत वन चौकीदार से BO बनने तक का संघर्षपूर्ण सफर । नाम सक्षम ठाकुर योगा में हिमाचल और परिवार का नाम कर रहा ऊँचा विदेश से नौकरी छोड़ी, सब्जी उत्पादन से महक उठा स्वरोजगार सुगंधित फूलों की खेती से महकी सलूणी क्षेत्र के किसानों के जीवन की बगिया मौत यूं अपनी ओर खींच ले गई मेघ राज को ।हादसास्थल से महज दो किलोमीटर पहले अन्य गाड़ी से उतरकर सवार हुआ था हादसाग्रस्त आल्टो में । पीयूष गोयल ने दर्पण छवि में हाथ से लिखी १७ पुस्तकें. शिक्षक,शिक्षार्थी और समाज; लायक राम शर्मा हमें फक्र है : हमीरपुर का दामाद कलर्स चैनल पर छाया पुलिस जवान राजेश(राजा) आईजीएमसी शिमला में जागृत अवस्था में ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपेरशन किसी चमत्कार से कम नहीं लघुकथा अपने आप में स्वयं एक गढ़ा हुआ रूप होता है। इसे यूँ भी हम कह सकते हैं - गागर में सागर भरना
-
-
Total Visitor : 1,64,52,345
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy