शिमला,
नालागढ़ के लगभग 200 करीब लोग कलकत्ता में फंसे हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से सहायता की गुहार लगाई है कि यह है कि नालागड क्षेत्र के मजदूर जो अपनी अजीविका के उपार्जन हेतू दिहाडी करने कलकता गये थे ये लोग वहां पिछले 3-4 महीने से वहाँ फंसे हुए हैं। उनका कहना है कि एकाएक लॉक डाउन हुआ उसी स्थिती में फसे रहे और दिन काटते रहे ।वहा पर स्थानीय प्रशासन की नासमझी असहयोग और नकारात्मक होने के कारन इनको भोजन इत्यादि की व्यवस्था भी अपने खर्चे पर करनी पड रही ना ही उनको कम्पनी ना ही प्रशासन से कोई सहयोग मिला धीरे धीरे इनके पैसे भी खत्म हो गये अब इनके पास ना पैसे है ना ही राशन राशन के सहयोग के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इनका सहयोग किया है।
वहा पर इस महामारी के काल में लौकडाउन का पालन भी नही किया जा रहा।
ना ही सरकार इस लौकडाउन का पालन करवाना चाह रही ।राशन भी नही आय भी नहीं और जो जेब में था वो भी समाप्त हो गया है। ऐसे में उनके परिवार और वे खुद परेशान है और अपने मुख्यमंत्री से सहायता की गुहार लगाई है।