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कविता

अच्छा लगता है

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विमल डोगरा | July 07, 2020 04:38 PM

अच्छा लगता है।

जीवन का हर पक्ष
रुका सा हुआ है
देखकर अच्छा लगता है।

एक तनहाई सी
छाई हुई है चारों ओर
देखकर अच्छा लगता है।

रुकी हुई सड़कें
रुके हुए जज्बातों की तरह लगती है
देखकर अच्छा लगता है।

कानों को चीरती
रुकी हुई वाहनों की गनगणाहट
देखकर अच्छा लगता है।

मरती हुई इंसानियत में
आती नवीन चेतना को
देखकर अच्छा लगता  है।

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