Friday, March 29, 2024
Follow us on
-
कविता

मेरी अभिनव मधुशाला

-
प्रीति शर्मा असीम | September 12, 2020 12:04 PM

*मेरी अभिनव मधुशाला*

बहुत पुरातन अभिनव उतना,है मेरा पावन प्याला ,,
चिर स्थिर प्रिय सदा सामयिक,चिर सुरभित मेरी हाला,,
चिर प्रासंगिक सुखद अद्यतन,खड़ा आज मेरा साकी,,
अति आनन्दी अन्तहीन है,मेरी अभिनव मधुशाला।

लोकातीत परम सुखदायक,आकर्षक मोहक प्याला,,
मधु पराग वासन्तिक पुष्पों ,से निर्मित मेरी हाला,,
दिव्य भावना से अभिप्रेरित,प्रीति दानकर्त्ता साकी,,
मधुर मोहिनी सकल विश्व की,,मेरी अभिनव मधुशाला।

रचनाकार:डॉ0रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और कविता खबरें
एसजेवीएन लिमिटेड द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्‍मेलन का आयोजन राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान 2023 से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा https://youtube.com/watch?v=CwwB-3QWd7c&si=sDQTJwQAxAjzhthR हिंदी की यही अभिलाषा हिंदी बने राष्ट्रभाषा; लोकेश चौधरी क्रांति आन मिलो मुरारी: सबके चित में तुम बसे , जैसे मुरली ताल शान ए कांगडा़ सम्मान से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा आज मैं आजादी की गाथा सुनाती हूं ,कैसे मिली आजादी यह सबको बताती हूंं ; लोकेश चौधरी ' क्रांति नैनों में तस्वीर तुम्हारी ,दिल में यादों का संसार ;अंजना सिन्हा "सखी पुकार रही है उसकी सजनी, अबकी मिल जाए मेले; अंजना सिन्हा "सखी " जय हिंद के प्रहरी ; पूनम त्रिपाठी "रानी" मुझे भूलना इतना आसान न होगा; पूनम त्रिपाठी "रानी"
-
-
Total Visitor : 1,63,86,527
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy