*सुहाना*
पृष्ठभूमि है बहुत सुहाना।
मातृभूमि अत्यधिक लुभाना।।
पृष्ठभूमि में मात-पिता हैं।
आजीवन आवश्यकता है।।
मात-पिता से देह मिला है।
संस्कार अति स्नेह मिला है।।
मात-पिता मूल्यों के दाता।
सच्चाई-ईमान प्रदाता ।।
मात-पिता ही सर्व प्रदाता।
मनोवृत्ति मधु भाव विधाता।।
पृष्ठभूमि के मुख्य घटक हैं।
दिये प्रेम से सकल सबक हैं।।
दिल में बैठे मात-पिता है।
बने प्रेरणा मात-पिता हैं।।
मात-पिता के हम अनुगामी।
वही रचे जीवन आगामी।।
वही हमारे पृष्ठभूमि हैं।
दिये स्वर्ग सा मातृभूमि हैं।।
मातृभूमि अति प्रिय नमनीया।
वंदनीय नित नवल प्रणम्या।।