नेरवा, चौपाल
जिला सिरमौर के बाद अब ऊपरी शिमला में भी पांवटा साहिब के एक निजी संचालक की कोरोना रक्षात्मक (कोरोना प्रोटेक्टिव) होम्योपैथिक दवा की मांग बढ़ने लगी है ! बीते एक सप्ताह में ही उपमंडल चौपाल के लोग करीब चार सौ किट इस दवा की मंगवा चुके है ! इससे पहले पांवटा साहिब के लोग अपने लिए ही नही बल्कि अन्य प्रदेशों में रह रहे अपने रिशतेदारों को भी यह होम्योपैथी दवा भेज चुके है ! जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब में तो हरेक महकमे के अधिकाँश अधिकारी कर्मचारी इस दवा का लगातार सेवन कर रहे है ! जैसे ही क्षेत्र में इस दवा के बारे जानकारी मिली लोगों ने अपने और अपने रिश्तेदारों के लिए इस दवा को धड़ाधड़ मंगवाना शुरू कर दिया है ! इसके आलावा प्रदेश की राजधानी शिमला से लेकर दूसरे प्रदेशों चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली तक पांवटा साहिब में निजी होम्योपैथिक क्लिनिक चलाने वाले डाॅ रोहताश नागिया की इस होम्योपैथी दवा को लोगों द्वारा अपने रिशतेदारों को भेेजा जा रहा है ! सूचना के मुताबिक डाॅ नागिया से ली गई इस दवा से कोरोना संक्रमित कईं मरीज भी स्वयं को स्वस्थ कर चुके हैं ! इनमे बिना लक्षण वाले मरीजों की तो भरमार है ही साथ साथ लक्षण वाले भी कईं मरीज शामिल है ! प्रदेश के कुछ मंत्री एवं विधायकों सहित प्रदेश सचिवालय के अधिकारी कर्मचारी भी इस दवा को ले चुके है !जानकारी के अनुसार होम्योपैथी चिकित्सक एमडी डाॅ रोहताश नागिया मार्च माह से कोरोना वायरस से लड़ने वाली दवा बनाने का दावा कर रहे हैं एवं तभी से स्वैच्छा से उनके पास पंहुचे अथवा उनसे संपर्क करने वाले हजारों लोगों का निशुल्क उपचार भी कर चुके हैं ! अपने किये शोध मे वह दावा करते है कि उनकी बनाई दवा कोरोना वायरस को खत्म करने की क्षमता रखती है एवं इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है ! ऐसे कई मामले सामने आ चुके है कि उनसे जिन भी संक्रमित मरीजों ने दवा ली है, वह एक सप्ताह से पहले ही नेगेटिव हुए है, इनमे से भारी लक्षण वाले कई मरीज भी शामिल थे ! ऐसा ही प्रदेश का संभवतया पहला मामला पांवटा में ही सामने आ चुका है ! दोनों किडनियां फेल होने पर डायलिसिस के सहारे जीवन जी रहे पांवटा के विकास बंसल के अनुसार वह कोरोना पॉजिटिव आने के बाद इस दवा के सेवन से घर पर ही रह कर मात्र पांच दिनों में कोरोना को मात देने में कामयाब हो चुके है ! हफ्ते में तीन दिन डायलीसिस लेने वाले विकास बंसल के अनुसार डॉ नागिया उपचार के दौरान उनसे हर समय फीडबैक लेते रहते थे ! हिमालयन अपडेट से बात करते हुए डाॅ रोहताश नागिया ने कहा कि वह उनके पास स्वैच्छा से आने वालों का निशुल्क उपचार कर रहे हैं एवं कुछ लोगों को डिमांड पर दवा भेज भी रहे है ! जिला सिरमौर के तो हर क्षेत्र से लोग उनके पास पंहुचे रहे हैं, साथ ही साथ लोग प्रदेश के बाहर अपने रिशतेदारों को भी दवा भेज रहे हैं जिनके परिणाम अभी तक काफी सकारात्मक रहे हैं ! हैरानी इस बात की है कि इतना होने के बाद भी प्रदेश की इस प्रतिभा को अभी तक क्लिनिक ट्रायल की अनुमति नहीं मिल पाई है,जबकि वह किसी भी स्तर पर इस दवा का ट्रायल करने को तैयार है ! यदि सरकार पहल कर इस दवा का ट्रायल करवा दे तो प्रदेश में जल्दी ही कोरोना चक्र टूट सकता है !