केलांग
जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के उच्च ऊंचाई वाले व संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात पुलिस कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीपीआर देने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है व ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। ताकि विपरीत परिस्थितियों में फंसे हुए पर्यटकों को ऑक्सीजन की कमी के चलते त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत व बचाव प्रदान किया जा सके।
लाहौल स्पीति की पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने आज प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि जिला के उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आपातकालीन स्थिति में पर्यटकों, ट्रैक्टर्स एवं वाहन चालकों के फंसने के कारण उन्हें तुरंत राहत व बचाव की जरूर को मध्यनजर रखते हुए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की आवश्यकता रहती है।
लिहाज़ा जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित पुलिस चेक पोस्ट सरजू,दारचा,कोकसर लोसर व चंद्रताल पुलिस चेक पोस्ट में तैनात पुलिस जवानों के पास दो-दोऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीपीआर देने का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है ताकी विपरीत हालात में किसी भी सूरत में लाइफ थ्रेट को कम किया जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर ऊंचाई वाले क्षेत्र में स्थित चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। ताकि फंसे हुए लोगों को प्राथमिक उपचार के उपरांत उन्हें राहत व बचाव दल की बैकअप टीम को सुरक्षित सौंपा जा सके। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिला लाहौल स्पीति में गत पांच वर्षों के आंकड़ों का विश्लेषण किया जाए तो अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फंसे पर्यटकों की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी व हाई एल्टीट्यूड सिकनेस रहा है।