उनको यह सम्मान संस्था के संस्थापक ओमप्रकाश लववंशी संगम द्वारा डाक के माध्यम से प्रदान किया गया।युवा कवि राजीव डोगरा ने बताया कि उनके 21 सांझा काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके है।
स्था की राष्ट्रीय संयोजक सीमा सिन्हा मैत्री ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए वहां उपस्थित सभी का आभार प्रकट किया।कार्यक्रम का समापन स्वादिष्ट जलपान के द्वारा हुआ।
भगत सिंह अंग्रेजों पर शेर की तरह गुर्राएं थे ।