स्था की राष्ट्रीय संयोजक सीमा सिन्हा मैत्री ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए वहां उपस्थित सभी का आभार प्रकट किया।कार्यक्रम का समापन स्वादिष्ट जलपान के द्वारा हुआ।
र्वोच्च न्यायालय ने वर्ष 2018 में प्रायोगिक के आधार पर खैर के पेड़ों की कटाई के परिणाम जानने के लिए इसमें पेड़ों की कटाई की अनुमति प्रदान की थी। अब शीर्ष अदालत ने वन विभाग की राय एवं केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति द्वारा शीर्ष अदालत में प्रस्तुत निष्कर्षों को ध्यान में रखते हुए खैर के पेड़ों की कटाई की अनुमति प्रदान की
होम्योपैथी के जनक डॉ हेनीमैन,माता, पिता, दिवंगत सास -ससुर, पति विश्वनाथ शर्मा, बच्चों अमन एवं आर्यन एवं संपूर्ण समाज को समर्पित किया है।
आखिर कब तक ....निर्भया मरती रहेगी - अफ़रोज़ बचता रहेगा.....