भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश तथा भाषा समन्वय वेदी कालीकट केरल के संयुक्त तत्वाधान में प्रातः 11:00 बजे गेयटी थिएटर के सम्मेलन कक्ष में संवाद व परिचर्चा का आयोजन किया गया
इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य केरल राज्य व हिमाचल प्रदेश के साहित्य का आदान-प्रदान रहा l इस परिचर्चा की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार श्रीयुक्त श्रीनिवास जोशी ने की व डॉ आरसु पूर्व विभाग अध्यक्ष हिंदी विभाग केरल विशिष्ट अतिथि के रूप उपस्थित रहे
परिचर्चा में केरल राज्य से आए 20 साहित्यकारों व अनुवादकों तथा हिमाचल प्रदेश के कहानीकारों में सुदर्शन वशिष्ठ, के आर भारती, गुप्तेश्वर नाथ, कुलराज राजीव पंत, आत्मा रंजन, दीप्ति सारस्वत, ओमप्रकाश भारद्वाज राजकुमार राकेश, ने भाग लिया! यह (अनुवाद बंधुत्व यात्रा) दो राज्यों की दो संस्कृतियों, दो भाषाओं व चिंतनों को जोड़ने का प्रयास था । इसका मुख्य उद्देश्य साहित्य जगत का विकास प्रदेश व अन्य राज्यों को एक साथ मिलकर एवं भौगोलिक सीमाओं से परे हटकर भावनात्मक एकता और सद्भाव पर जोर देना रहा। केरल राज्य से आए भाषा समन्वय बेदी संस्था के सदस्य में से डॉ आरसु पूर्व अध्यक्ष हिंदी विभाग कालीकट विश्वविद्यालय, मोहन कुमार वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं डॉ के. सी अजय कुमार व अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में विभाग के संयुक्त निदेशक मनजीत शर्मा ने इस परिचर्चा को एक सराहनीय कदम बताया उन्होंने कहा कि इस प्रकार की समन्वय परिचर्चा दो भाषाओं, दो राज्यों, दो संस्कृति व दो छोर उत्तर व दक्षिण के बीच में सेतु का काम करती है।
परिचर्चा के उपरांत माननीय उपमुख्यमंत्री के कार्यालय में मलयालम भाषा के कहानीकार श्री के.वी मोहन कुमार की कहानियों की एक चयनिका का हिंदी में प्रकाशित पुस्तक जिसमें हिमाचल प्रदेश के 21 कहानीकारों की कहानियों का मलयालम भाषा में अनुवाद किया गया है का विमोचन