हमीरपुर
हमीरपुर के गांधी चौक पर कांग्रेस पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस अवसर पर जिला भर से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डॉ. मनमोहन सिंह की याद मे मौन रखकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।"
इस सभा मे जिला कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सुमन भारती शर्मा ने कहा कि जब 1991 में नरसिम्हा राव की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी, तब देश के वित्त मंत्री की कमान डॉ. मनमोहन सिंह ने संभाली।" उस समय देश की आर्थिक हालत इतनी खराब थी कि विदेशी मुद्रा भंडार मात्र एक अरब डॉलर रह गया था। उस समय लगभग 47 टन सोना विदेशों में गिरवी पड़ा था। उसी दौर में डॉ. मनमोहन सिंह ने उदारीकरण की नीति लेकर देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने की दिशा में कदम बढ़ाए।"
24 जुलाई 1991 के बजट ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी। डॉ. मनमोहन सिंह जी ने इस बजट में लाइसेंस राज का अंत कर दिया। डॉ. मनमोहन सिंह की आर्थिक नीतियों का यही कमाल था कि उन्होंने देश को आर्थिक संकट से उबारने में अहम भूमिका निभाई। 1991-92 के वित्तीय वर्ष के अंत तक, विदेशी मुद्रा भंडार $5.6 बिलियन तक पहुंच गया। 1994-95 तक, यह भंडार लगभग $25.2 बिलियन हो गया। इसके बाद, अगले कुछ वर्षों में यह भंडार तेजी से बढ़ता गया, और सुधारों के चलते विदेशी निवेश और निर्यात में वृद्धि हुई। इस प्रकार, डॉ. मनमोहन सिंह की आर्थिक नीतियों और सुधारों ने देश को संकट से उबरने और आर्थिक मजबूती की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।"
सुमन भारती ने मनमोहन सिंह को याद करते आगे कहा कि जब साल 2004 में सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री बनने के लिए अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह को आगे किया। उनकी सरकार की मुख्य योजनाओं में शिक्षा का अधिकार, लोक प्रशासन में परिवर्तन, पारदर्शिता, जवाबदेही, और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना शामिल थे। इसके अलावा, 2006 का भूमि अधिग्रहण कानून, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, और जनहित से जुड़े कई अन्य सुधार उनकी सरकार की प्रमुख उपलब्धियां थीं।" डॉ. मनमोहन सिंह की दूसरी बड़ी उपलब्धि उनके वित्त मंत्री कार्यकाल के दौरान अमेरिका के साथ परमाणु करार था।"
उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जी एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिनकी विनम्रता अद्वितीय थी। वे मौन थे, लेकिन इस मौन के बावजूद उन्होंने जनता के लिए बड़ी लगन से काम किया। वे सिर्फ सरदार नहीं, बल्कि असरदार भी थे। उन्हें हजारों बार नमन।
इस अवसर पर केसीसीबी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, पूर्व विधायक अनीता वर्मा, एआईसीसी से ऑब्जर्वर प्रभाकर झा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रेम कौशल, रामचंद्र पठानिया, डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा, सुभाष ढटवालिया, एपीएमसी के अध्यक्ष अजय शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष नरेश ठाकुर, अनुसूचित जाति के जिला अध्यक्ष होशियार सिंह राजीव राणा, राजेश चौधरी राजेश आनंद,चंदन राणा,अखिलेश चौधरी, पूर्व मीडिया प्रभारी अंशुल शर्मा, विक्रम शर्मा व अन्य नेता उपस्थित रहे।