हमीरपुर
खेलों इंडिया के खिलाडियों को प्रदेश सरकार द्वारा डाईट मनी और अन्य भत्ते जारी न करने पर खिलाडियों में भारी रोष देखने को मिल रहा है। जहां सरकारें खिलाडियों को बडी-बडी सुविधाएं देने के दावे कर रहीं है । वहीं खिलाडी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं। हमीरपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्पोर्टस एवं कल्चरल क्लब संधोल के महासचिव शैलेन्द्र शर्मा ने बताया कि खेलों इंडिया के खिलाड़ी अपने खर्चे पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं और युवा सेवाएं एवं खेल विभाग द्वारा उन्हें सुविधा के नाम पर महज आश्वासन दिए जा रहे है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार द्वारा खिलाडियों की सुविधा के लिए जो मापदंड तय किए गए है, उन नियमों के अनुसार जो खिलाड़ियों को सुविधा मिलनी थी वह नहीं दी जा रही है। अधिकतर खिलाडी मध्य व गरीब परिवारों से है। जो कि इतना खर्च वहन करने की क्षमता नहीं रखते । इस तरह से प्रतिभाशाली खिलाडी खुद को अपेक्षित व हतोत्साहित महसूस कर रहे है।
वहीं स्पोर्टस एवं कल्चरल क्लब संधोल के महासचिव शैलेन्द्र शर्मा ने कहा कि 2023 में युवा सेवाएं एवं खेल विभाग से उन्हें टीएडीए मिला था, लेकिन इस वर्ष से बिना किसी कारण के विभाग के कर्मचारियों के द्वारा रोक दिया गया, जबकि हमने इस बार गोल्ड भी जीता और सांसद अनुराग ठाकुर व विघायक चंद्रशेखर द्वारा भी हमारी प्रशंसा की गई। उन्होंने बताया कि वे जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी मंडी से भी इस सम्दर्भ में मिले हैं तथा उन्होंने खेल सचिव को भी पत्र लिखा है, लेकिन खिलाडियों को टीएडीए और खेल के साजो सामान नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सामान दिए बिना ही खेल विभाग साजों सामान के प्रयोग का प्रमाण पत्र भी मांग रहा है। उन्होंने कहा कि वे 6 महीने से चक्कर काट रहे हैं तथा इसमें गरीब घरों के खिलाडियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है।