Saturday, April 27, 2024
Follow us on
-
विशेष

उप राजिक मोहर सिंह छींटा सेवानिवृत वन चौकीदार से BO बनने तक का संघर्षपूर्ण सफर ।

-
बालम गोगटा, जिला प्रमुख ब्यूरो, हिमालयन अपडेट | February 29, 2024 05:07 PM

चौपाल,


भीम सिंह दसाईक  मोहर सिंह छींटा S/O रामसा राम का जन्म 27 फरवरी 1966 को गाँव बाग, पोस्ट ऑफिस, मझोंली, तहसील कुपवी, जिला शिमला, हिमाचल प्रदेश में हुआ। उनका चयन हिमाचल प्रदेश वन विभाग में अनियमित चौकीदार के रूप में 3 मार्च 1984 को हुआ। उन्होंनअनियमित चौकीदार के पद पर 14 साल तक कार्य किया, जो उनकी मेहनत और समर्पण की गवाही देता है। इसके बाद, 6 जनवरी 1998 को, उन्हें अपने पद पर रेगुलर होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ
उन्होंने 7 साल तक नियमित ( रेगुलर) चौकीदार के पद पर कार्य किया, जहां उनकी निष्ठा, समर्पण, और अत्याधिक मेहनत ने उन्हें विभाग में विशेष पहचान दिलाई। उनके कर्तव्यों के प्रति निष्ठा देखकर हिमाचल प्रदेश वन विभाग ने उन्हें बतौर वन रक्षक (Forest गार्ड) प्रमोट किया।उन्होंने 17 साल तक वनरक्षक (Forest Guard) के पद पर अपनी लगन और मेहनत के साथ सेवा की, जिसमें 2 जून 2022 को उन्हें वन खंड कांडा व कुलग में बतौर (BO) उप- राजिक के रूप में भी सेवाएं देने का मौका मिला।
हिमाचल प्रदेश वन विभाग में अपनी 40 वर्षों की सेवा पूरी करने के बाद, 29 फरवरी 2024 को  मोहर सिंह सेवानिवृत्त हो गए हैं। उनके संघर्ष भरे सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि छोटे से गाँव का बच्चा भी कठिनाईयों का सामना करके अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
मोहर सिंह छींटा के संघर्षों ने उनकी निष्ठा, समर्पण, और मेहनत की कहानी को साकारात्मकता और समृद्धि का उदाहारण बनाया है। उनका योगदान हिमाचल प्रदेश वन विभाग और समाज के लिए अद्वितीय है और उन्हें समृद्धि और सम्मान प्राप्त हो।

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और विशेष खबरें
नाम सक्षम ठाकुर योगा में हिमाचल और परिवार का नाम कर रहा ऊँचा विदेश से नौकरी छोड़ी, सब्जी उत्पादन से महक उठा स्वरोजगार सुगंधित फूलों की खेती से महकी सलूणी क्षेत्र के किसानों के जीवन की बगिया मौत यूं अपनी ओर खींच ले गई मेघ राज को ।हादसास्थल से महज दो किलोमीटर पहले अन्य गाड़ी से उतरकर सवार हुआ था हादसाग्रस्त आल्टो में । पीयूष गोयल ने दर्पण छवि में हाथ से लिखी १७ पुस्तकें. शिक्षक,शिक्षार्थी और समाज; लायक राम शर्मा हमें फक्र है : हमीरपुर का दामाद कलर्स चैनल पर छाया पुलिस जवान राजेश(राजा) आईजीएमसी शिमला में जागृत अवस्था में ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपेरशन किसी चमत्कार से कम नहीं लघुकथा अपने आप में स्वयं एक गढ़ा हुआ रूप होता है। इसे यूँ भी हम कह सकते हैं - गागर में सागर भरना https://youtu.be/tr-vDx7MtS8 अब कोरोना ने रोके शिमला-कालका रेल के पहिये भी ।
-
-
Total Visitor : 1,64,74,389
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy