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शनिवार को राधे राधे वेट्रनेरी फार्मसिस्ट प्रशिक्षण संस्थान रिवाड़ी में होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि सीएचटी रिटायर्ड शिक्षक सुनंदन शर्मा उपस्थित रहे. जबकि उनके साथ राधे राधे सोसाइटी की प्रधान श्रीमती कृष्णा देवी भी विशेष रूप से मौजूद रहीं। इस मौके पर डाॅ. निशु चौहान ने मुख्य अतिथि तथा सोसाइटी की प्रधान का टोपी. शॉल व बैच पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का आगाज मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में होली त्योहार के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि होली भारत देश पवित्र पर्व है।
जिसे रंगों का त्योहार तथा वसंत का त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसी तरह बच्चों को भी बुराई से दूर रहना चाहिए। बुरी संगति से बचना चाहिए। नशे जैसी बुराईयों से दूर रहना चाहिए। मुख्यातिथि सुनंदन शर्मा ने कहा कि आपस में समन्वय बनाए रखना ही इस त्योहार का मूल उदेश्य है। उन्होंने इस कार्य क्रम के सफल आयोजन के लिए अपनी ओर से 5100 रुपए की प्रोत्साहन राशि भेंट की।
इस उपलक्ष्य पर संस्थान के प्रशिक्षुओं द्वारा खूब रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और एक दूसरे को होली के रंग लगाकर खुशी को सांझा किया।
इस मौके पर आयोजित डांस प्रतियोगिता. जिसमे कि एकल नृत्य व ग्रुप डांस रखा गया। साथ ही साथ म्यूज़िकल चेयर खेल रखा गया और रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता भी रखी गई। इसमें एकल नृत्य में प्रथम हाउस से वासवी ने प्रथम स्थान व द्वितीय हाउस से मनीषा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। जबकि ग्रुप डांस में तृतीय हाउस से नेहा कुमारी व नेहा नेगी तथा आकृति ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं प्रथम हाउस से पलक. सुनीता. त्रिशला. तान्या ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार म्यूज़िकल चेयर में द्वितीय हाउस से आशीष राणा विजयी रहा। होली की इस पावन बेला पर राधे राधे परिवार.जिसमे अंचल सैनी. दीपू कश्यप. सरिता.बविता तथा सुरेंद्र शर्मा सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा। कार्यक्रम के अंत में संस्थान के प्रबंध निदेशक डाॅ. मुकेश कुमार ने अपने संदेश में कहा कि इस तरह की गतिविधियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से प्रशिक्षु का चहुंमुखी विकास होता है। समय अनुसार राधे राधे संस्थान इस तरह की गतिविधियां करवाता रहता है। उन्होंने प्रशिक्षुओं को भाईचारे तथा जीवन के सही रंगों में रंगने और बुराई से दूर रहने का संदेश दिया तथा सभी प्रतिभागी के अच्छे प्रदर्शन को अपने व्यक्तव्य में सराहा। अंत में आशु ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया व सभी प्रशिक्षुओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। और कहा कि होली के रंगों की तरह हमें अपने भविष्य को सजाना चाहिए और आपस में मिल जुल कर रहना चाहिए।