शिमला,
शुक्रवार को बचत भवन में नगर निगम शिमला की मासिक बैठक हुई. इस बैठक में पार्षदों ने अपने-अपने इलाकों की समस्या सदन के समक्ष रखी. इनमें मुख्य रूप से बाजार में पार्किंग, आवारा कुत्तों और स्ट्रीट लाइट का मुद्दा सदन में गूंजा. इसके साथ ही भाजपा पार्षद ने सदन में प्वाइंट आफ ऑर्डर के तहत ड्राइवर भर्ती का मामला भी सदन के समक्ष उठाया.
लोअर बाजार की पार्षद उमंग बांगा ने कहा कि बाजार में स्थानीय व्यापारियों को पार्किंग की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई इलाकों में बाहरी लोग बिना परमिट के न केवल गाड़ी सील्ड रोड में लेकर आ रहे हैं, बल्कि अपनी गाड़ी भी गलत तरीके से पार्क कर रहे हैं. इससे लोगों को परेशानी हो रही है. वहीं, पार्षद सरोज ठाकुर ने नगर निगम में ड्राइवरों की भर्ती का मामला प्वाइंट आफ ऑर्डर के तहत उठाया और मामले की जानकारी मांगी. इसी तरह शहर में बढ़ रही कुत्तों की समस्या को लेकर मोनिका चंदेल ने आवाज बुलंद की और शहर में बढ़ रही कुत्तों के हमले की घटना से सदन को अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि शहर में लगातार कुत्तों के काटने के मामले बढ़ रहे हैं. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसका ज्यादा असर बच्चों-बुजुर्गों के साथ काम पर आने जाने वाले लोगों पर दिख रहा है.
वहीं, नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि मासिक बैठक में सभी पार्षदों ने अपने-अपने इलाकों की समस्या रखी. उन्होंने कहा कि बैठक में स्ट्रीट लाइट का मुद्दा सदन के समक्ष आया. उन्होंने कहा कि कई इलाकों स्ट्रीट लाइट के आगे पेड़ की टहनी आने की वजह से परेशानी हो रही है. ऐसे में नगर निगम शिमला में प्रस्ताव पारित कर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को भेजा है, ताकि स्ट्रीट लाइट के आगे आ रही टहनियों को कटवाया जा सके. इसके अलावा नगर निगम के सदन में कुत्ता पालने की फीस को सालाना 500 रुपए से बढ़ाकर एक हजार रुपए किया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों के बैठक में नदारद रहने का मामला भी सदन के समक्ष है. इस बारे में भी संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है।