हमीरपुर,
अपने चिर परिचित अंदाज में कांग्रेस एक बार फिर अपने कैंडिडेट देने में पिछड़ रही है। इसे समय की नजाकत समझें या फिर अत्यधिक आत्मविश्वास। टिकट देने में जितनी देरी होगी , लाइन उतनी लंबी होगी , और अंत में टिकट एक को मिलेगी और बाकी फिर अपना कमाल दिखाएंगे।
अभी तक की दौड़ में कांग्रेस से कुलदीप सिंह पठानिया, पूर्व विधायक स्वर्गीय कर्म सिंह के बेटे जितेंद्र, अरुण ठाकुर , नरेश कुमार का नाम टिकट की दौड़ में शामिल रहा है। कुलदीप और जितेंद्र कांग्रेसी परिवेश में पूर्णता फिट बैठते है।
वहीं मंगलवार को भाजपा नेता तथा पूर्व जिला परिषद चेयरमैन राकेश ठाकुर द्वारा करीब तीन सौ लोगों के साथ सीएम सुक्खू का पक्का भरो में किया गया स्वागत नई चर्चाओं को जन्म दे गया है। राकेश ठाकुर के ननिहाल टौणी देवी तथा घर झनियारा में है। उन्होंने बताया कि बीजेपी में राजेंद्र राणा की एंट्री उन्हें स्वीकार नहीं है। यदि कांग्रेस टिकट देती है तो राणा को हरा कर धूमल की हार का बदला मैं लूंगा।
उधर बीजेपी के ही एक असंतुष्ट जिला परिषद सदस्य कैप्टन रणजीत भी चुनाव लडने की ताल ठोक चुके हैं। कैप्टन के कहना है कि हालात देख फैसला लूंगा कि आजाद चुनाव लडूंगा या फिर कांग्रेस से।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी कह चुके हैं कि पार्टी जिताऊ और स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवार को ही टिकट देगी। ऐसे में अब पठानिया , जितेंद्र, अरुण , नरेश या भाजपा के किसी रूष्ट नेता को कब कांग्रेस टिकट मिलता है बहुत जल्दी ही क्लियर हो जायेगा।