सोलन
आयुष विभाग द्वारा जन-जन को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने और व्यक्ति की प्रकृति के अनुसार आहार-विहार के विषय में परामर्श देने के लिए एक विशेष अभियान आरम्भ किया गया है। यह जानकारी ज़िला आयुर्वेदिक अधिकरी डॉ. प्रवीण शर्मा ने दी।
डॉ. प्रवीण शर्मा ने कहा कि अभियान के तहत सोलन ज़िला के 10 हजार व्यक्तियों को सम्मिलित किया जाएगा। अभियान को 25 दिसम्बर, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि अभियान में नागरिकों की प्रकृति का परीक्षण किया जाएगा।
ज़िला आयुर्वेदिक अधिकारी ने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना और रोगी के रोग को दूर कर उन्हें पुनः स्वस्थ बनाने ही आयुर्वेद का लक्ष्य है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए केन्द्रीय आयुष विभाग द्वारा एक उपयोगी ऐप तैयार की गई है। प्रकृति परीक्षण (Prakruti Parikshan)
नामक यह ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के अनुसार लगभग सभी रोग वात, पित्त और कफ के दोष से ही उत्पन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद इन दोषों के शमन से रोग का उपचार सुनिश्चित बनाता है। अनुचित आहार, अनुचित दिनचर्या, खराब जीवनशैली तथा तनाव विभिन्न रोगों का कारण बनते हैं। आयुर्वेद इस असंतुलन को दूर कर व्यक्ति के बेहतर स्वास्थ्य पर ध्यान देता है।
उन्होंने कहा कि प्रकृति परीक्षण आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण विधि है। इसमें व्यक्ति की प्रकृति या स्वभाव का मूल्यांकन किया जाता है। इस परीक्षण में विभिन्न प्रमुख तत्वों और दोषों अर्थात् वात, पित्त, कफ के संतुलन को मापा जाता है। यह परीक्षण व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक प्रवृत्तियां को जानने में सहायक सिद्ध होता है।
उन्होंने कहा कि प्रकृति परीक्षण के माध्यम से चिकित्सक व्यक्ति को उसके स्वास्थ्य संरक्षण और संतुलन के लिए व्यक्तिगत आहार, जीवनशैली और चिकित्सा सुझाव प्रदान कर सकते हैं।
ज़िला आयुर्वेदिक अधिकारी ने कहा कि प्रकृति परीक्षण (Prakruti Parikshan) ऐप के माध्यम से व्यक्ति का प्रकृति परीक्षण किया जाएगा और उस व्यक्ति को उसकी प्रकृति के प्रकार के अनुरूप उसके आहार विकार और अन्य प्रकार की सलाह दी जाएगी जिससे वह अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सके।
डॉ. प्रवीण शर्मा ने कहा कि अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड कर प्रकृति परीक्षण ऐप के माध्यम से एक क्यू आर कोड जारी किया जाएगा जिसे स्कैन करने के उपरांत चिकित्सक लोगों को उनकी प्रकृति की जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि ऐप में स्वास्थ्य की सूचना 12 प्रश्नावली के माध्यम से मांगी जाएगी। लाइव वीडियो के माध्यम से एक वाक्य भी बोलना होगा। जानकारियां प्रस्तुत करने के उपरांत क्यू आर कोड जनरेट होगा। इसके उपरांत व्यक्ति को सभी सूचनाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।