सोलन,
शूलिनी यूनिवर्सिटी ने 140 का एच इंडेक्स हासिल करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है, जो 2008 और उसके बाद स्थापित संस्थानों में सबसे अधिक है। इस उपलब्धि ने शूलिनी को प्रमुख संस्थानों जैसे आईआईटी, इंदौर (एच-इंडेक्स 137), आईआईटी हैदराबाद (एच-इंडेक्स 136), आईआईटी भुवनेश्वर (एच-इंडेक्स 127), आईआईटी, गांधीनगर (एच-इंडेक्स 122), और आईआईटी रोपड़ (एच-इंडेक्स 102) से आगे रखा है। ये परिणाम 2009 में अपनी स्थापना के बाद शूलिनी यूनिवर्सिटीक की शोध और शैक्षणिक उत्कृष्टता में वृद्धि को उजागर करती है।
एच-इंडेक्स एक व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त मापदंड है जिसका उपयोग किसी शोधकर्ता या शैक्षणिक संस्थान की प्रोडक्टिविटी और साइटेशन प्रभाव को मापने के लिए किया जाता है। यह उन पब्लिकेशन्स (एच) की संख्या को दर्शाता है जिन्हें कम से कम एच बार सीटेड किया गया है। उदाहरण के लिए, शूलिनी यूनिवर्सिटी का 140 का एच-इंडेक्स यह संकेत देता है कि इसकी 140 शोध प्रकाशन हैं, जिन्हें प्रत्येक को कम से कम 140 बार सीटेड किया गया है। यह मापदंड संस्थान के शोध कार्यों की गुणवत्ता, प्रभाव और वैश्विक पहुंच का मूल्यांकन करने के लिए एक विश्वसनीय मानक है।
शूलिनी यूनिवर्सिटी के शोध उत्कृष्टता की दृष्टि उसकी वर्ल्ड क्लास फैकल्टी, इन्नोवेटिव स्टूडेंट्स पहलों और अंतरराष्ट्रीय सहयोगों द्वारा समर्थित है। यूनिवर्सिटी ने विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के अनुरूप क्षेत्रों में अत्याधुनिक शोध को प्राथमिकता दी है और वैश्विक चुनौतियों को हल करने के लिए अंतःविषय परियोजनाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया है।
शूलिनी यूनिवर्सिटी की इस नवीनतम उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए, चांसलर प्रोफेसर पी.के. खोसला ने 140 के एच-इंडेक्स को यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक और शोध उत्कृष्टता की यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण बताया।
उन्होंने कहा कि कई आईआईटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों को पीछे छोड़ना हमारे शिक्षकों, शोधकर्ताओं और छात्रों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह उपलब्धि उस समर्पण, कड़ी मेहनत और नवाचार की भावना को दर्शाती है जो वैश्विक प्रभाव वाले शोध को तैयार करने में लगती है।"
उन्होंने इस सफलता को हासिल करने में पूरे यूनिवर्सिटी कम्युनिटी के सामूहिक प्रयास की सराहना की और इनोवेशन और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दोहराया।