मंडी,
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने सराज विधानसभा क्षेत्र के तहत विभिन्न राजस्व कार्यालयों, पाठशालाओं तथा अन्य सरकारी संस्थानों का औचक निरीक्षण किया। उपायुक्त ने सुशासन सप्ताह के तहत जन समस्याओं का निपटारा भी किया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की पहल पर प्रदेश सरकार ने लोगों की समस्याओं का घर-द्वार पर समाधान करने के दृष्टिगत सभी उपायुक्तों को निर्देश जारी किए हैं। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने इसके तहत सराज विधानसभा क्षेत्र की दूरदराज पंचायत शंकरदेहरा में जन समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सहित मंडी जिला में सुशासन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार के विभागों की सक्रिय भागीदारी और समर्थन के माध्यम से सुशासन को बढ़ावा देना है। जनता की शिकायतों को दूर करने और सेवा वितरण में सुधार के लिए तहसील मुख्यालयों, पंचायत समितियों और अन्य स्थानों पर विशेष शिविर व कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
शंकरदेहरा में आयोजित शिविर में क्षेत्र में सड़क, बिजली व पेयजल जैसी समस्याएं प्रस्तुत की गईं। उपायुक्त ने इनके निराकरण के लिए स्थानीय स्तर पर संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त बरसात के मौसम में आपदा से हुए नुकसान पर भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के राहत मैनुअल के अनुसार सभी पात्र लोगों को हरसंभव मदद सुनिश्चित की जा रही है।
इसके उपरांत उपायुक्त ने विभिन्न कार्यालयों व अन्य संस्थानों का औचक निरीक्षण भी किया। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र ढीम कटारू, राजकीय प्राथमिक पाठशाला व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शंकरदेहरा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सांगलबाड़ा तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला गुडाह का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने इन पाठशालाओं में छात्रों को प्रदत्त सुविधाओं व अधोसंरचना का निरीक्षण किया तथा गुणात्मक शिक्षा के बारे में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने यहां पढ़ रहे छात्रों से भी संवाद किया और उनकी पढ़ाई के साथ ही भविष्य के लक्ष्यों पर भी चर्चा की। साथ ही उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए अऩुशासन, सतत प्रयास व कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
अपूर्व देवगन ने जंजैहली में उपमंडलाधिकारी (ना.) थुनाग व खंड विकास अधिकारी कार्यालय जंजैहली का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने राजस्व कार्यों से संबंधित जानकारी प्राप्त की तथा विभिन्न राजस्व रिकॉर्डों का अवलोकन भी किया। इसके उपरांत उन्होंने मांडव हिम ईरा शॉप का अवलोकन किया। उन्होंने वहां बिक्री के लिए रखे गए उत्पादों के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही स्वयं सहायता समूहों की सदस्यों से संवाद भी किया।