हमीरपुर
करीब अढ़ाई साल से बन रहे नेशनल हाइवे नंबर 3 की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। पिछले दो दिन की बारिश ने लोगों की दिक्कतें और बढ़ा दी है। हमीरपुर से लेकर आवाहदेवी तक जगह जगह कीचड़ फैल गया है। कई जगह पानी के तालाब बने हुए हैं। लापरवाह निर्माण कंपनी पर नकेल कसने वाला कोई नहीं है। लोग पिछले अढ़ाई साल से परेशान हैं लेकिन सड़क निर्माण को लेकर कोई कड़ी कार्यवाही नहीं हो पा रही है। लोगों ने तो अब लोकल जन प्रतिनिधियों की चुप्पी को लेकर भी अंगुलियां उठाना शुरू कर दी है। लोगों की जुबां पर अब सिर्फ यही प्रश्न है कि कब समस्या से निजात मिलेगी। ग्रामीणों देशराज, भूमि राज , दलजीत , राजेश, राकेश, बलवंत चौहान, हंसराज, अनूप कुमार, संजीव कुमार इत्यादि ने सड़क मार्ग को युद्ध स्तर पर कार्य कर पूर्ण करने की मांग की है।
यहां सबसे खराब हालात
हमीरपुर से लेकर आवाहदेवी तक सबसे खराब हालात कोट, ठाणा ,दरकोटी, टौणी देवी बाजार, बारी मंदिर की चढ़ाई, कोल्हू सिद्ध, बराड़ा, पंजोत , समीरपुर और अवाहदेवी बाईपास के पास के बने हुए हैं। बारी मंदिर और कोल्हू सिद्ध में तो बड़ी गाड़ियां निकालना रिस्की बना हुआ है। दरकोटी , टौणी देवी बाईपास और संगरोह बाईपास अभी भी अधूरे पड़े हुए हैं।
गावर को ठेका सूर्य कर रही निर्माण
नेशनल हाइवे नंबर 03 के खंड 141 किलोमीटर से लेकर 181 किलोमीटर तक का कुल 40 किलोमीटर जोकि हमीरपुर से करनोहल तक है का ठेका मैसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी को 22 जून,2022 को अवार्ड हुआ जिसकी कॉन्ट्रैक्ट प्राइस 223.272 करोड़ रुपए है। ई पी सी पद्धति से विश्व बैंक की ऋण सहायता से हरित राजमार्ग गलियारा परियोजना तहत यह कार्य 20 दिसंबर, 2024 को पूरा होना था तथा इसके अगले 5 साल तक सड़क का रखरखाव कंपनी ने करना था। यह ठेका सूर्य कंस्ट्रक्शन कंपनी को सबलेट हुआ जिसपर पहले से ही कई सवाल उठ रहे हैं। इस निर्माणाधीन नेशनल हाईवे की ऑथोरिटी इंजीनियर एजेंसी जोकि एल एन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से है पिछले अढ़ाई साल से कहीं नजर नहीं आई।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे एन एच ए आई के साइट इंजीनियर सुशील कुमार ने बताया कि निर्माण कंपनी को तेजी से निर्माण कार्य पूर्ण करने के आदेश दिए गए है। डेंजर साइट्स को जल्दी ठीक किया जा रहा है। वहीं निर्माण कंपनी के सुपरवाइजर श्रीकांत ने बताया कि टौणी देवी, बारी मंदिर और बराड़ा में जल्दी ही सड़क की स्थिति सुधारी जा रही है।