हमीरपुर
जिला स्तरीय समिति ने फोस्टर केयर के 12 नए मामलों को दी मंजूरी
जिला हमीरपुर में कुल 1361 बच्चों को हर माह मिलेंगे 4000 रुपये
उपायुक्त अमरजीत सिंह ने महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, जिला बाल कल्याण समिति और अन्य विभागों के अधिकारियों को मिशन वात्सल्य के अंतर्गत फोस्टर केयर योजना एवं मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जिला में कोई भी पात्र एवं जरुरतमंद बच्चा और युवा इन योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।
वीरवार को मिशन वात्सल्य के अंतर्गत जिला स्तरीय स्पांसरशिप एवं फोस्टर केयर अप्रूवल कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने ये निर्देश दिए। बैठक में फोस्टर केयर के लिए पात्र 12 बच्चों के नए मामलों को मंजूरी प्रदान की गई।
उपायुक्त ने बताया कि अनाथ बच्चों, विधवा, परित्यक्ता और तलाकशुदा महिलाओं के बच्चों, जानलेवा रोग से ग्रस्त माता-पिता के बच्चों और किन्हीं कारणों से संतान का पालन-पोषण करने में अक्षम माता-पिता के बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक फोस्टर केयर योजना के तहत हर माह 4000 रुपये का प्रावधान किया गया है। जिला हमीरपुर में अभी तक 1349 बच्चों को इस योजना से लाभान्वित किया जा रहा है और अब 12 अन्य बच्चों को भी इसमें शामिल किया जाएगा, जिससे लाभार्थियों की कुल संख्या 1361 हो जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि 18 से 27 वर्ष तक के ऐसे ही युवाओं को भी मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत प्रति माह 4000 रुपये की राशि दी जा रही है।
उन्हांेने कहा कि इन दोनों महत्वपूर्ण योजनाओं का जमीनी स्तर पर प्रचार-प्रसार होना चाहिए। जरुरतमंद बच्चों को मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के माध्यम से भी लाभान्वित किया जा सकता है। उपायुक्त ने जिला बाल कल्याण समिति के नवनियुक्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों से भी आग्रह किया कि अगर उन्हें किसी जरुरतमंद बच्चे के बारे में पता चलता है तो उसे तुरंत अप्रूवल कमेटी के ध्यान मंे लाएं।
बैठक में बच्चों से संबंधित अन्य मामलों पर भी व्यापक चर्चा की गई। जिला बाल संरक्षण अधिकारी तिलकराज आचार्य ने फोस्टर केयर के नए मामलों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। जिला बाल कल्याण समिति के नवनियुक्त अध्यक्ष मनीष राणा, सदस्य अश्वनी कुमार, सिद्धार्थ कौशल, संगीता, मीना, चाइल्डलाइन की परियोजना समन्वयक मनोरमा लखनपाल और अन्य अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।