हमीरपुर
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (उत्कृष्ट) टौणी देवी में कक्षा 12 के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह 'यादें' का भव्य आयोजन किया गया। कक्षा 11 के विद्यार्थियों ने इस विशेष अवसर को यादगार बनाने के लिए समर्पित प्रयास किए। यह समारोह केवल एक आयोजन मात्र नहीं था, बल्कि यह विद्यार्थियों की भावनाओं, शिक्षकों की शुभकामनाओं और बीते वर्षों की यादों का एक अनमोल संगम था। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रजनीश रांगड़ा द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। इसके उपरांत छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने एक साथ विद्यालय में बिताए अनगिनत क्षणों को याद किया और एक-दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
विदाई समारोह में छात्रों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। एकल नृत्य, समूह नृत्य, गायन और मंचीय प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। विशेष रूप से कक्षा 11 के छात्रों ने अपने वरिष्ठ साथियों के सम्मान में शानदार प्रस्तुतियाँ दीं। इन प्रस्तुतियों ने जहाँ विद्यार्थियों को उल्लास से भर दिया, वहीं विदाई की भावनाओं ने सभी की आँखें नम कर दीं।
कार्यक्रम के दौरान कक्षा 12 और कक्षा 11 के विद्यार्थियों ने आपस में अपनी खट्टी-मीठी यादों को साझा किया। कक्षा 12 के विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों और जूनियर्स के साथ बिताए वर्षों को याद किया और विद्यालय को छोड़कर जाने की उदासी को भी प्रकट किया। इस अवसर पर मंच से कई विद्यार्थियों ने अपने अनुभवों को साझा किया और बताया कि किस तरह इस विद्यालय ने उनके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों से दिलचस्प सवाल पूछे गए। सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान कैटवॉक, भाषण, नृत्य और अन्य गतिविधियों ने समारोह को और भी खास बना दिया।
प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि यह क्षण अत्यंत भावुक करने वाला है, जहाँ एक ओर विद्यार्थियों से अलग होने की पीड़ा है, वहीं दूसरी ओर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना का सुखद एहसास भी है। उन्होंने कहा, "आज आपकी शिक्षा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव पूरा हो गया है, अब आगे का सफर चुनौतीपूर्ण होगा। विद्यालय के अनुशासन और शिक्षकों के मार्गदर्शन के बिना आपको स्वयं अपने निर्णय लेने होंगे। स्व-अनुशासन और आत्मनिर्भरता आपके जीवन में सफलता की कुंजी होगी।" उन्होंने सभी विद्यार्थियों से तनावमुक्त होकर आगामी परीक्षाओं की तैयारी करने और अपने लक्ष्य की ओर पूरे समर्पण से बढ़ने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने बच्चों को कड़ी मेहनत करने और आत्मविश्वास बनाए रखने की सलाह दी। शिक्षकों ने यह भी कहा कि विद्यालय का नाम रोशन करना ही विद्यार्थियों का सबसे बड़ा कर्तव्य है।
विदाई समारोह में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को विभिन्न उपाधियों से नवाजा गया। स्टूडेंट ऑफ द ईयर का खिताब सुहानी को दिया गया, सूजल को मिस्टर फेयरवेल, श्रेया को मिस फेयरवेल, अमन को मिस्टर पर्सनलिटी, और अंकिता को मिस पर्सनलिटी के खिताब से सम्मानित किया गया।
इस समारोह में विद्यालय के सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे, जिनमें सोनू, सुरेश, संजीव, राजेश, प्रोमिला, लीना, रीता, अनीता, मनोज, पवन, रंजना, विजय, हेमलाल और अन्य शिक्षक शामिल थे। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य ने सभी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए समारोह का समापन किया। इस भावुक क्षण ने हर विद्यार्थी को यह एहसास कराया कि विद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि एक परिवार भी है, जहाँ शिक्षक माता-पिता की तरह अपने शिष्यों को जीवन की राह दिखाते हैं।