Tuesday, April 30, 2024
Follow us on
-
देश

कमाऊ साबित हो रही देश की सबसे बड़ी हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर जेनरेशन कंपनी एसजेवीएन ।

-
Anil jamwal 7018631199 | September 30, 2023 06:45 PM

शिमला ,


देश की सबसे बड़ी हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर जेनरेशन कंपनी सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) का शेयर मार्केट में दबदबा बड़ा है। शेयर मार्केट में एसजेवीएन के शेयर की कीमत 31 रुपये से बढ़कर 73 रुपये को पार कर गई है।एसजेवीएन में केन्द्र का हिस्सेदारी 55 फ़ीसदी, हिमाचल की 26 फ़ीसदी और लोगों को 18 फ़ीसदी हिस्सेदारी है। केन्द्र सरकार लगातार अपनी हिस्सेदारी बेच रही है। पहले एसजेवीएन में केंद्र की हिस्सेदारी 65 फीसदी थी।


केन्द्र सरकार ने अब फिर से एसजेवीएन से अपनी हिस्सेदारी 2.46 फीसदी बेचने जा रही है। OFS यानि ऑफर टू सेल के जरिए ये हिस्सेदारी बेचेगी. हिमाचल में आपदा से काफी नुकसान हुआ है। इससे  एसजेवीएन नही बच पाया है लेकिन एसजेवीएन को बरसात में सिर्फ परियोजना बंद होने का ही नुकसान झेलना पड़ा। बाकी बड़ा नुकसान एसजेवीएन   को नही हुआ। एसजेवीएन ने आने वाले तीन वर्षो के लिए 10 हजार MW विद्युत उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है।एसजेवीएन नेपाल सहित 15 राज्यों में हाइड्रो प्रोजेक्ट सहित विंड और सोलर परियोजनाएं लगाई जा रही है। एसजेवीएन का लाभ भी निरंतर बढ़ रहा है। 


एसजेवीएन ने वर्ष 2026 तक 12000 मेगावाट की कंपनी बनने के एक नए मिशन की परिकल्पना की है। यह कंपनी को पूरे भारत में सौर, पवन, हाइब्रिड, फ्लोटिंग सोलर, महासागर हाइब्रिड प्लेटफार्मों में विविधता लाकर नवीकरणीय पोर्टफोलियो को बढ़ाने में सक्षम बनाएगा। अधिकतर अवसर प्रति वर्ष 1-1.5 गीगावॉट की दर से परियोजनाएं जोड़ने के लिए सौर, पवन और हाइब्रिड (सौर+पवन) के लिए प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रियाओं के रूप में हैं। इसके अलावा, एसजेवीएन सरकारी एजेंसियों से परियोजनाओं के सीधे आवंटन की भी उम्मीद कर रहा है।


 समाज के प्रति एसजेवीएन ने कंपनी अधिनियम, 2013 के अनुरूप और भारत सरकार के स्वच्छता एवं राष्ट्रीय भाषा हिंदी को बढ़ावा देने के निर्देशों के अनुरूप कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व एवं सततशीलता नीति तैयार की है और उसका पालन किया है। भारत के एक जिम्मेदार निकाय के रूप में, एसजेवीएन ने सीएसआर को सदैव प्राथमिकता पर रखा है।


सीएसआर और सततशीलता कार्यक्रमों पर "एसजेवीएन फाउंडेशन' के माध्यम से निम्‍नवत पर ध्यान दिया जाता है:

स्वास्थ्य देखभाल एवं स्वच्छता,संस्कृति का प्रचार एवं संरक्षण,शिक्षा एवं कौशल विकास,विरासत और खेल,समाज के कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण,सतत विकास,लैंगिक समानता को बढ़ावा देना,प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायतासं रचनात्‍मक और सामुदायिक विकास।

सीएसआर के तहत हिमाचल प्रदेश में महत्‍वाकांक्षी जिला चंबा का विकास एसजेवीएन ने एक मजबूत फ्रेमवर्क के मूल्य एवं आवश्यकता को महसूस करते हुए सर्वोत्तम अभिशासन प्रथाओं को विकसित और कार्यान्वित किया है। वित्‍तीय वर्ष 2022-23 में एसजेवीएन ने कारपोरेट सामाजिक उत्‍तरदायित्‍व शीर्षों पर 59.84 करोड़ रुपए व्‍यय किए हैं। स्थापना के समय से आज तक; एसजेवीएन ने एसजेवीएन फाउंडेशन के माध्यम से विभिन्न विकासात्मक सीएसआर गतिविधियों और कार्यक्रमों पर 430 करोड़ रुपए से अधिक व्‍यय किए हैं। एसजेवीएन ने सीएमओ, चंबा और मेडिकल कॉलेज चंबा को कोविड-19 से लड़ने के लिए आवश्यक विभिन्न चिकित्सा वस्तुएं प्रदान कीं और वित्तीय सहायता के रूप में डीसी चंबा को 39.73 लाख रुपए जारी किए। जिला चंबा में स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण एवं स्वास्थ्य किट पर 100.70 लाख रुपए खर्च किए गए। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एसजेवीएन ने 295.89 लाख रुपए की राशि से चंबा जिले के 10 ब्लॉकों में स्थित 17 प्राथमिक विद्यालय भवनों का निर्माण किया। इसके अलावा एसजेवीएन ने जिला प्रशासन के सहयोग से स्थानीय युवाओं को प्रतिस्‍पर्धी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता के लिए 86.40 लाख रुपए की लागत से शैक्षिक ब्लॉक स्तर पर 18 पुस्तकालय स्थापित किए।


बेहद चुनौतीपूर्ण हिमालयी भूविज्ञान में काम करने के बावजूद, एसजेवीएन सभी क्षेत्रों में नवीनतम आधुनिक तकनीकों का उपयोग करता है, जैसे किसी भी मात्रा की जल विद्युत परियोजनाओं की अवधारणा, अनुकूलन और विकास के लिए विशेषज्ञता प्राप्त करना। कंपनी परियोजनाओं के क्रियान्वयन विशेषकर उनके निर्माण चरण पर पूरा जोर देती है। प्रबंधन उन परियोजनाओं के लिए अनिवार्य अनुमोदन प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है जो निर्माण-पूर्व और निवेश अनुमोदन चरण में हैं।


एसजेवीएन अपने उद्देश्य पर कायम है और व्यावसायिकता, जवाबदेही, सततशीलता, टीम भावना, उत्कृष्टता, नवाचार और विश्वास के अपने प्रमुख मूल्यों पर काम करने में विश्वास रखता है। एसजेवीएन में हम वर्ष 2026 तक 12000 मेगावाट के अपने नए मिशन को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम वर्ष 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट के अपने साझा विजन को प्राप्त करने के लिए निरंतर अग्रसर हैं।

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और देश खबरें
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मंडी से विक्रमादित्य सिंह और शिमला लोकसभा सीट से विनोद सुल्तानपुरी को उतारा मैदान में Breaking: मंडी से कंगना रनौत और कांगड़ा से डॉ राजीव भारद्वाज होंगे भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी Delhi CM अरविंद केजरीवाल को ED ने किया गिरफ्तार, उनके घर से किया गया गिरफ्तार. कांग्रेस के बागी विधायकों की अगली सुनवाई दूसरे सप्ताह में होगी सुनवाई हमीरपुर से अनुराग ठाकुर शिमला से सुरेश कश्यप को मिला टिकट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च को किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का पुंग तक नई दिल्ली से वर्चुअल लोकार्पण करेंगे : नंदा रामपुर एचपीएस (412 मेगावाट) में सुरक्षा सप्ताह समापन एवं सम्मान समारोह आयोजित संजीव रंजन ओझा देखेंगे DGP संजय कुंडू का कार्यभार. जेपी नड्डा से मिले हर्ष महाजन राजेंद्र राणा ने हिमाचल कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष से दिया इस्तीफा
-
-
Total Visitor : 1,64,79,899
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy