उत्तरक्षेत्र(North Zone) स्तरीय ज्ञान-विज्ञान मेला, संस्कृति-संस्कृत महोत्सव में सरस्वती विद्या मंदिर उच्च विद्यालय मडावग के प्रधानाचार्य डॉ सोमकृष्ण शर्मा ने "भारतीय संस्कृति को पुष्ट करने में शिक्षक की भूमिका" ("Role of teacher in strengthening bhartiya culture") विषय प्रस्तुतिकरण पत्रवाचन(Promissory note) प्रतियोगिता में प्राप्त किया प्रथम स्थान।
डॉ सोमकृष्ण ने कहा कि समाज में सांस्कृतिक मूल्य का प्रभाव समाज व शिक्षार्थियों पर शिक्षक द्वारा ही ठीक प्रकार से पड़ता है। शिक्षक ही समाज का एक ऐसा प्रतिष्ठित व्यक्तित्व तथा श्रेष्ठ व्यक्ति है, जिस पर सबकी दृष्टि पड़ती है।
अतः एक शिक्षक को अपने शिक्षार्थियों के लिए जीवन मूल्यों की शिक्षा देना उसका उत्तरदायित्व है और कर्तव्य भी।
भगवत गीता में भी श्री कृष्ण ने कहा है यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जनः स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते ||