निरमण्ड के राष्ट्रीय ताईक़वाडो खिलाड़ी पुष्पेंद्र राठौर ने कहा कि लोग खली को देखने नहीं बल्कि उनकी फाइट के हैं दीवाने
कहा ग्रेट खली अगर उनसे रिंग में फाइट करेंगे तो होगा लोगों का पैसा वसूल
आनी,
रामपुर में 15 दिसंबर को अल्टीमेट फाईटिंग लीग (यूएफएल) के तत्वाधान में आयोजित होने वाले एमएमए इवेंट में कुल्लू जिला के निरमण्ड के पुष्पेन्द्र राठौर उर्फ कमांडो ने फाइट करने की इच्छा जताई है। इस राष्ट्रीय ताईक़वाडो खिलाड़ी पुष्पेंद्र राठौर ने ना केवल फाइट करने की इच्छा जताई है बल्कि ग्रेट खली के नाम से मशहूर दलीप सिंह राणा और यूएफएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मास्टर भूपेश को भी उनके साथ फाइट करने की खुली चुनौती दी है। उन्होंने इस इवेंट को लेकर लोगों को आधी अधूरी जानकारी देकर बरगलाने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि रामपुर इस इवेंट को लेकर पहले प्रचार किया गया कि खली रिंग में उतरेंगे, लेकिन जैसे ही टिकट बिकने शुरू हो गए तब बताया जा रहा है कि खली सिर्फ लड़ने वालों की हौसला अफजाई करेंगे, जो सरेआम धोखा है। ग्रेट खली को रिंग में उतार कर लड़ने की खुली चुनौती देने वाले पुष्पेंद्र राठौर ने कहा कि वे किसी रंजिश के चलते नहीं बल्कि एक खिलाड़ी की भावना से ही खली और मास्टर भूपेश को रिंग में उतरने और उनके साथ लड़ने की चुनौती दे रहे हैं। उनका कहना है कि क्योंकि दर्शक केवल ग्रेट खली को हौसला अफजाई करते नहीं बल्कि रिंग में उतरकर लड़ते हुए देखना चाहते हैं । जबकि आयोजकों ने ज्यादा से ज्यादा टिकटों को बेचने के लिए शुरू में यह प्रचार किया कि रामपुर में ग्रेट खली उतरेंगे रिंग में और बाद में खली को केवल हौसला अफजाई करने का काम सौंपने की बात की है, जो क्षेत्र के हजारों कुश्ती प्रेमियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र की हजारों जनता के साथ न्याय तब होगा जब ग्रेट खली और मास्टर भूपेश उनकी चुनौती को स्वीकार करते हुए उनके साथ रिंग में उतरकर लड़ते हैं। पुष्पेंद्र राठौर ने कहा कि उन्होंने ताईक़वाडो में हर दांवपेंच के साथ अनुशासन सीखा है, जिसका पूरा इस्तेमाल वे ग्रेट खली और मास्टर भूपेश के साथ एक एक कर रिंग में उतरकर पेश करेंगे।
वहीं इस बारे में इवेंट मैनेजर अभिषेक का कहना है कि ग्रेट खली एक रेसलर हैं और एमएमए एक अलग फॉरमेट है,जिसमे ग्रेट खली नहीं लड़ते हैं। जबकि ग्रेट खली के रिंग में उतरने के प्रचार पर अभिषेक ने सफाई देते हुए बताया कि ग्रेट खली के रिंग में उतरने का मतलब फाइट करना नहीं बल्कि रिंग में उतरकर हिस्सा लेने वाले पहलवानों की हौसला अफजाई करने और आयोजन स्थल तक पहुंचने वाले युवाओं को नशे की बुराई से बचने का संदेश देंगे। जबकि पुष्पेंद्र राठौर के चेलेंज पर उन्होंने कहा कि इस बार सभी खिलाड़ियों की फाइट्स अब तय हो चुकी है,इस लिए उनके चेलेंज को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
गौर रहे कि यूएफएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मास्टर भूपेश ने बताया था कि रामपुर के पाटबंग्ला में होने वाली इस एमएमए लीग में देश विदेश के नामी 20 एमएमए भाग लेंगे। इस स्पर्धा में अमेरिका,ब्राजील, थाईलैंड, अफगानिस्तान, रशिया के अंतर्राष्ट्रीय फाइटर भारत के फाइटरों से भिड़ेंगे।