नई दिल्ली,
अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन) हिमाचल प्रदेश ने 34 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला के लिए हिमाचल प्रदेश द्वारा 'Theme State' के प्रबंधों के संबंध में सूरजकुंड में विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की तथा मेला ग्राउंड का दौरा किया|
उन्होंने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा पारंपरिक शैली में बनवाये गए ' अपना घर', भीमाकाली मंदिर, हिमाचली शैली के मुख्य द्वार तथा हाथकरघा-हस्तशिल्प कारीगरों के लिए तैयार किए स्टालों का अवलोकन किया| अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ पर्यटन निदेशक श्री यूनुस तरह अन्य अधिकारी भी मौजूद थे|
धीमान ने कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला हिमाचल के विभिन्न उत्पादों तथा राज्य के पर्यटन के प्रचार - प्रसार के लिए एक बहुत ही अच्छा मंच है| 16 दिन तक चलने वाले मेला के दौरान प्रतिदिन हिमाचल के विभिन्न भागों से सूरजकुंड पहुंच चुके साँस्कृतिक दल प्रस्तुतियां देकर देश - विदेश के पर्यटकों को हिमाचल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रुबरु करवायेंगे|
इसके अलावा फूड स्टॉल में हिमाचल के व्यंजनों का जायका भी पर्यटक लेगें. उसके लिए प्रदेश पर्यटन निगम की टीम भी पहुंच गई है| पर्यटकों को राज्य के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित करने तथा अन्य जानकारी प्रदान करने के लिए सूचना केंद्र भी स्थापित किया है| समूचे सूरजकुंड मेला मैदान का वातावरण हिमाचल प्रदेश के रंग में सजा दिया गया है|