शिमला,
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय सचिव अलका लांबा ने कहा है कि हाटी के मुद्दे पर भाजपा दो समुदायों के बीच सामाजिक जहर घोलने का प्रयास कर रही है। शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह के सिरमौर दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा की नीयत साफ होती तो हाटी को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने का मामला केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी तक सीमित नहीं रहता। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में लांबा ने कहा कि कांग्रेस ने संसद का विशेष सत्र बुलाकर हाटी को एसटी का दर्जा देने के लिए कानून बनाने की मांग की थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह ने लोकसभा में इसका समर्थन करना था। राज्यसभा में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला ने पहल करनी थी। भाजपा की नीयत साफ नहीं है। इसके चलते संसद का विशेष सत्र नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री सिर्फ जनता को गुमराह करने के लिए सिरमौर आए। पूर्व की घोषणाओं की तरह हाटी का मामला भी कहीं जुमला ही साबित न हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग की ओर से हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा का स्वागत करती है। कांग्रेस चुनावों में आदर्श आचार संहिता का पूरी तरह पालन करेगी। उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि चुनाव आयोग बिना किसी दबाव के निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाएगा। सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को रोकने के लिए कड़े कदम भी उठाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनावों के लिए तैयार है।