शिमला,
राजकीय भाषायी अध्यापक संघ के राज्य अध्यक्ष हेमराज ठाकुर, महासचिव अर्जुन सिंह, कोषाध्यक्ष ललित कुमार, संघ के संस्थापक नरेन्द्र कुमार शर्मा, महिला मोर्चा की राज्य अध्यक्ष मीरा शर्मा और संयोजक धनवीर सिंह के साथ साथ सभी जिलों के प्रधानों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है कि एक लम्बे समय तक अन्तर जिला स्थानांतरण पर लगी रोक को हटाकर सरकार ने दूसरे जिलों में सेवाएं दे रहे उन सैंकड़ो सी0एण्ड वी0 अध्यापकों व कनिष्ठ बुनियादी अध्यापकों को राहत प्रदान की है।
संघ के अध्यक्ष हेमराज ठाकुर का कहना है कि हिन्दी और संस्कृत अध्यापकों को टी जी टी पदनाम प्रदान करने के बावजूद भी सी0 एण्ड वी0 अध्यापक की श्रेणी में रखना सरकार का कोई न्यायसंगत कदम नहीं है।
संघ के पदाधिकारियों ने सरकार व विभाग से मांग की है कि जिन्हें टी जी टी पदनाम प्रदान कर दिया गया है उन्हें स्टेट काडर में लिया जाए।
गौर रहे कि इस संदर्भ में 1350 के करीब हिन्दी और संस्कृत अध्यापकों ने माननीय उच्च न्यायालय से केस जीत लिया हैं और बीते माह 11 जनवरी को एग्जिक्युशन की सुनवाई के दौरान इस संबंध में प्रारम्भिक शिक्षा विभाग को चार सप्ताह का समय प्रतिक्रिया हेतु प्रदान किया ।
यद्यपि माननीय उच्च न्यायालय में अवकाश होने पर अब इस केस की सुनवाई कोर्ट खुलते ही होगी। परन्तु हेमराज ठाकुर का कहना है कि इस दिशा में सरकार और विभाग को अब तुरन्त सकारात्मक निर्णय ले कर स्पीकिंग ऑर्डर निकलने चाहिए। जिससे कि हजारों शिक्षकों का भी भला होगा और सरकार के फैसले का भी मान रहेगा।