हमीरपुर,
हमीरपुर जिला के टौणी देवी क्षेत्र की 12 पंचायतों के 27 गांवों में 8 मार्च के बाद फैले डायरिया की जांच उच्च स्तरीय जांच टीम कर रही है। आरआरटी ( रैपिड रिस्पॉन्स टीम ) के सदस्य आज बुधवार को दूसरे दिन भी प्रभावित क्षेत्रों में जानकारी एकत्रित कर रहे हैं ।
इन बिंदुओं पर हो रही जांच
रैपिड रिस्पॉन्स टीम जिन बिंदुओं पर जांच कर रही है उनमें शिवरात्रि, व्रत, भंडारे या फिर जल शक्ति विभाग का दूषित पेयजल प्रमुख है। शिवरात्रि का व्रत और उसके बाद विभिन्न क्षेत्रों में हुए भंडारों के बाद अचानक टौणी देवी ब्लॉक की 27 पंचायतों के करीब 400 लोगों को उल्टी दस्त और पेट दर्द की बीमारी ने घेर लिया। जांच टीम ने जल शक्ति विभाग के टैंकों के साथ साथ उन स्त्रोतों से भी सैंपल लिए जहां पानी स्टोर कर रखा गया था। जांच के बाद रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी तथा लापरवाही बरतने वाले विभाग पर गाज गिरना निश्चित है।
बारी मंदिर छत्रैहल और गवारडू पहुंची आरटीटी
रैपिड रिस्पॉन्स टीम में शामिल स्वास्थ्य सेवाओं विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर यशवंत रांटा , आईजीएमसी शिमला के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर किरण मोकटा , आईजीएमसी शिमला के डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन से डॉक्टर अनुराग पट्टी तथा हमीरपुर मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के लैब टेक्नीशियन परीक्षित मंगलवार को सिविल अस्पताल टौणी देवी पीएचसी उहल, उटपुर बारी मंदिर छत्रैहल और गवारडू पहुंचे। इन्होने पीड़ित रोगियों से बातचीत की और तथ्य जुटाए। कई जगह से पानी के सैंपल कलेक्ट कर शिमला भिजवाएं गए है। रात को जांच टीम ने समीरपुर रेस्ट हाऊस में स्टे किया।