Wednesday, January 15, 2025
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
प्रदेश के सतत एवं समावेशी विकास के लिए एफसीए तथा एफआरए  में बदलाव आवश्यक-विधानसभा अध्यक्ष उपभोक्ता ‘ई-केवाइसी पीडीएस एचपी’ ऐप्लिकेशन के जरिए घर बैठे कर सकते हैं ई-केवाइसी - राजीव शर्मामंडी के सेरी मंच पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोहः अपूर्व देवगनमुख्यमंत्री ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन के उद्घाटन समारोह में भाग लियाडीसी एसपी ने गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर रिज मैदान का किया निरीक्षणआपदा से सम्बन्धित सभी रिपोर्ट  एक सप्ताह में होगी - अपडेट  अनुपम कश्यपउपायुक्त अपूर्व देवगन ने एफसीए के 81 मामलों की समीक्षा कीजिला चंबा में राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्टअप योजना से बेरोजगार युवाओं के सपने हो रहे साकार
-
कारोबार

चमकी बुखार से फीकी हुई लीची की चमक

-
रजनीश शर्मा  | June 22, 2019 01:17 PM

 

हमीरपुर, 

बिहार में चमकी बुखार और लीची को लेकर फैले भ्रम को लेकर हिमाचल में भी लीची की बिक्री प्रभावित हुई है । इससे दुकानदार व बागवान परेशान दिख रहे हैं । लीची की बिक्री में आई मंदी से उन बागवानों की हवाईयाँ उड़ गयी हैं जिन्होंने व्यापक स्तर पर लीची के बाग़ लगाए हैं । फलों की रानी के तौर पर पहचाने जाने वाला रसीला फल 'लीची' विवादों के केंद्र में है। दरअसल, डॉक्‍टरों के साथ बिहार सरकार के कुछ अधिकारियों का कहना है कि बच्चों की मौत के पीछे उनका लीची खाना भी एक कारण है। इसका असर यह हुआ है कि बिहार समेत देश भर में लीची को संदिग्‍ध नजर से देखा जा रहा है। हालात ये हो गए हैं कि लोगों ने लीची खरीदना तक बंद कर दिया है। इस वजह से दुकानदारों को खरीदार नहीं मिल रहे हैं और इस फल के कारोबार पर भी असर पड़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक हफ्ते में हमीरपुर , काँगड़ा , मंडी , ऊना सहित प्रदेश के अन्य इलाक़ों में लीची की बिक्री में करीब 30 फीसदी तक की गिरावट आई है। माना जाता है कि लीची का सीज़न केवल 20 से 25 दिन का होता है । इसके बाद लीची ख़राब होना शुरू हो जाती है । इस बार लीची की बम्पर फ़सल होने से बागवानों को अच्छा मुनाफ़ा होने की उम्मीद थी लेकिन चमकी बुखार के कारणों में लीची को लेकर फैली अफ़वाह ने बागवानों और फल विक्रेताओं की परेशानी बढ़ा दी है । फलों की दुकानों में लीची तो है , लेकिन ख़रीददार नहीं मिल रहे हैं।

 

लीची नहीं ,कुपोषण ज़िम्मेदार 

 

बाग़वानी विशेषज्ञ यह मानते हैं कि लीची में ऐसा कोई तत्व नहीं होता जिससे चमकी बुखार हो । बिहार में बच्चों के मरने की बड़ी वजह कुपोषण माना जा रहा है । इस बारे में बाग़वानी विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर पवन ठाकुर ने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोहरा नहीं पड़ता और पानी की सुविधा है , वहाँ लीची की खेती को बढ़ाने के प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने माना कि लीची को लेकर उठे भ्रम को लेकर बागवानों को मंदी के दौर से गुज़रना पड़ रहा है।

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और कारोबार खबरें
एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजकुमार चौधरी ने किया नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन का दौरा रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन ने एनर्जी (1878.08 MU) उत्पादन का लक्ष्य किया हासिल रामपुर जल विद्युत स्टेशन द्वारा 10 वर्षों तक लगातार ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन का बनाया नया रिकॉर्ड रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन में मॉक ब्लैक-स्टार्ट प्रक्रिया का सफल परिक्षण नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन ने किया मॉक ब्लैक-स्टार्ट प्रक्रिया का सफल परीक्षण सतलुज जल विद्युत निगम की वेंडर मीट 26 को रामपुर में न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (एक अग्रणी साधारण बीमा कंपनी) और हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड (क्षेत्र का एक स्थापित क्षेत्रीय बैंक) ने एक समझौते के अनुसार हस्ताक्षर किए। लॉर्ड्स मार्क बायोटेक ने सोरायसिस के इलाज के लिए लॉन्च किया टाइनेफकॉन https://youtu.be/6KPTCKm_shQ नवरात्रों में फीका रहा पर्यटन कारोबार, 30 फीसदी रही ऑक्यूपेंसी, पर्यटन कारोबारी परेशान उपतहसील निथर के ग्वाल गांव में लोगों ने जानी कांगड़ा बैंक की वितीय डिजिटल सुविधा
-
-
Total Visitor : 1,70,49,834
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy