शिमला,
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 27 अगस्त से 1 सितंबर तक सम्पन्न हुई सीटीएफके ऐश्यिा यंग ऐम्बेसेडर्स समिट 2023 में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही नाडा इंडिया फाउंडेशन की रीटा ठाकुर शिमला लौटी। रीटा हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (एचपीयू) में सोशल वर्क विभाग की छात्रा है जिसने इस पांच दिवसीय सम्मेलन में एशियाई देशों के युवाओं के साथ तंबाकू से पेश आ रही सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों और उसके निवारण संबंधी उपायों पर गहन चिंतन मंथन किया। अपने अनुभवों को साझा करते हुये रीटा ने बताया कि टोबैको कंट्रोल पर पोलिसी मेकिंग, यूथ एडवोकेसी, पब्लिक ओपिनियन क्रियेऐशन, एंटी टोबेको इन्फलूसिंग आदि पहलुओं को अन्य विदेशी प्रतिनिधियों के साथ उन्हें करीब से जानने का मौका मिला। तंबाकू से निपटने के लिये सभी देशों की अपनी नीतियां हैं जिससे वे अवगत हुई।
ऐसे ग्लोबल प्लेटफार्म पर अपना पक्ष रखकर रीटा काफी उत्साहित है एंटी टोबैको कैंपेन को नाडा इंडिया के प्रदेश स्तर की लीडरशिप मंगल सिंह, सन्नी सिंह व अन्य के सहयोग के साथ इस आंदोलन को ओर अधिक मजबूती देना चाहती है। उन्होंने बताया कि वे कोटपा संशोधन के लिये अपने पुरजोर प्रयास करती रहेगी और नाडा यंग इंडियन नेटवर्क के प्रतिनिधियों के साथ केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने की योजना है जिसके द्वारा वे तंबाकू नियंत्रण की दिशा में सम्मेलन में रखे प्रतिनिधियों के प्रस्ताव उनके सम्मुख पेश करेंगीं।
नाडा इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक और कर्मवीर पुरस्कार विजेता सुनील वात्सायन ने इस यूथ समिट के सफल आयोजन और युवा प्रतिनिधियों द्वारा रखे प्रस्तावों पर हर्ष व्यक्त करते हुये कहा कि युवा शक्ति समाज, देशों और यहां तक की एशिया महाद्वीप में सकारात्मक बदलाव लाने में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं।
विश्व स्तर पर आयोजित ऐसे प्लेटफार्म न केवल तंबाकू निवारण पर महत्वपूर्ण निभायेंगे बल्कि एक हेल्दी वर्ल्ड की नींव कायम रखने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि देश में इस आंदोलन के प्रति वचनबद्ध अन्य सहयोगी संस्थानों और युवाओं की भूमिका अपेक्षित है।
इस सम्मेलन की समाप्ति पर रीजनल यूथ एम्बेसेडर नेटवर्क का गठन किया गया है जिसमें भारत की ओर से नाडा इंडिया को फोकल प्वाइंट के रूप जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रीटा ने बताया कि भारत में व्यापक जनसंख्या होने के बावजूद भी तंबाकू नियंत्रण के लिये केन्द्रीय और प्रदेश सरकारों द्वारा उठाये जा रहे कदम अन्य देशों के लिये बेहतरीन उदाहरण हैं। रीटा ने प्रदेश सरकार द्वारा तंबाकू उत्पादों पर सीसीजीआर टैक्स बढ़ाये जाने की पहल का हवाला देते समिट में आये प्रतिनिधियों को बताया कि वे भी अपने देशों की सरकारों पर तंबाकू पर टेक्स बढ़ाये जाने का निरंतर मांग कर सकती है। उन्होंनें भारत में ओटीटी प्लेटफार्म पर टोबेको डिस्क्लेमर्स, कोटपा संशोधन और तंबाकू उत्पादों पर टेक्स बढ़ाकर देश की प्रगति के लिये राजस्व में ईजाफा तथा युवाओं की सेहत के प्रति सजगता के मद्देनजर बखूबी केस स्टडी पेश किया जिसे सभी ने सराहा। उन्होंने बताया कि वह नाडा इंडिया के सहयोग चलाये जाने वाले ग्रीन एंड हेल्दी कैंपस कैंपस का हिस्सा बनी है जिसकी रूपरेखा उन्होंने विदेशी प्रतिनिधियों के साथ भी साझी की।