आनी,
क्षेत्र के आराध्य देव भगवान वेदव्यास कुंईरी महादेव रविवार को अपनी गडाह हार के मुहान गांव से सेरी कोलू पंहुचे। जहां पर ढाई फेरे नाटी के लगाए गए तथा सेरी गांववासियों की ओर से प्रसाद की व्यवस्था की गई। कुंईरी महादेव का फेरा तीन माह पश्चात विधिवत रूप से समापन हुआ । सोमवार को देवता साहिब अपने सभी देवालुओं संग पूरे लाव- लश्कर के साथ अपने देवालय कुंईर वापिस लौटे । देवता के भक्त आशीष शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान वेदव्यास कुंईरी महादेव का तीन माह का दौरा सभी भक्तों के सहयोग से विधिवत रूप से संपन्न हुआ है और देवता साहिब ने अपने फेरे के समापन अवसर पर अपनी समस्त फाटी व गढ़ की सुख-समृद्धि के लिए अपना शुभ आशीर्वाद प्रदान किया। देवालय लौटने पर मंदिर भंडारा कमेटी की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें देवता के सभी कारदारों सहित आम जनता को निमंत्रण भेजा गया । कारदार इंद्र सिंह ने देवता जी के तीन माह दौरे से लौटने पर समस्त भक्तों का इस अविस्मरणीय यात्रा को सफल बनाने हेतु धन्यवाद किया । वहीं मंदिर कमेटी के सचिव ठाकुर दास वर्मा ने बताया कि तीन गढ सात हारू की जनता बारह बर्षों बाद इस ऐतिहासिक व पवित्र यात्रा के दिव्य शक्ति और भक्ति के गवाह बनें तथा हजारों लोगों को इस यात्रा में देव शक्ति का अनोखा नजारा देखने को मिला । देवता जी के माली. कारकरिंदे. घेलिए. मजारे. तथा बजंन्त्रीयों द्वारा तीन माह की इस यात्रा में अपनी भागीदारी सुनिश्चि की गई । सोमवार को देवता जी अपने रथ से आरूढ़ होकर आसन में विराजमान हो गए । इस अवसर पर कारदार इन्द्र सिंह.मंगर राम. सचिव ठाकुर दास. गुर ओम प्रकाश. आशीष शर्मा. भूपेन्द्र शर्मा. सीता राम.प्रेम वर्मा.राज वर्मा. चमन भारती.रोशन लाल. तथा जगदीश कुमार सहित सभी मौजूद रहे ।