चौपाल,
श्रीराम अक्षत कलश यात्रा शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में राम जन्म भूमि अयोध्या से मड़ावग पहुंची। मड़ावग, मकड़ोग, माटल तीनो पंचायत के लोग पहुंचे यात्रा में सेकड़ो श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मड़ावग बाजार से होते हुए सरस्वती विद्या मंदिर मड़ावग में यात्रा संपन्न हुई। भीमा काली माता मंदिर घडीन परिसर में जाकर कलश स्थापना का कार्यक्रम रहेगा। इसके उपरांत आयोजकों द्वारा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को भोग प्रसाद वितरित किया गया। प्रांत सह संयोजक संजीव कलेट ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बताया कि 495 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद कई युद्धों और आंदोलनों के उपरांत राम लला 22 जनवरी को अपने जन्मस्थान अयोध्या में मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होंगे। करोड़ों हिंदुओं के लिए यह एक बहुत ही गौरवमयी पल होगा। यात्रा में विभिन्न हिंदू संगठनों सहित 200 से 300 लोग शामिल हुए एवं इस दौरान पूरा मड़ावग बाजार श्रीराम के जयघोष से गुंजायमान रहा एवं बाजार से गुजरती यात्रा पर लोगों ने पुष्पवर्षा की। इस मौके पर श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के प्रान्त सह संयोजक संजीव कलेट ने श्रीराम जन्मभूमि विवाद के बारे लोगों को विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि यह अभियान VHP के साथ साथ सभी सामाजिक सांस्कृतिक धार्मिक संगठन काम कर रहे हैं हिंदू समाज से जुड़े करोड़ों लोगों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार था। हिंदू समाज ने 495 सालों के संघर्ष, कई युद्धों और आंदोलनों के बाद इस लड़ाई को जीता है। 22 जनवरी को श्रीराम लला अपने जन्मस्थान अयोध्या में अपने गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे एवं यह दिन समस्त हिंदू समाज के करोड़ों लोगों के लिए सबसे गौरवमयी दिन होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अपना सहयोग घरों से अयोध्या के लिए भेजा था, उसी प्रकार विश्व हिंदू परिषद की टोलियां अयोध्या से प्रसाद स्वरूप भेजे गए अक्षत एक से पंद्रह जनवरी तक हरेक घर तक पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को सभी का अयोध्या पहुंचना मुमकिन नहीं है, परंतु सभी लोग अपने नजदीकी मंदिर में इस क्षण के साक्षी बन सकते हैं