Friday, October 18, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
जयराम न रुकवाएं, तो प्रदेश को भूभू जोत टनल मिलना तयः मुख्यमंत्रीहॉर्टिकल्चर कॉलेज ने जीता ओवरऑल चैंपियन का खिताबबागवानी मंत्री ने किया समराहन के फल संतति एवं प्रदर्शन उद्यान का निरीक्षणराष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ केशव नगर द्वारा होटल लैंडमार्क से शेर ए पंजाब तक पथ संचालन निकाला गया। कलाकारों ने आपदा से बचाव पर लोगों को किया जागरूकत्योहारी सीज़न से पहले वॉलमार्ट अमेरिकी ग्राहकों के लिए लोकप्रिय भारतीय खाद्य ब्रांड लेकर आया विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया मुख्य अतिथि के रूप में हुए शामिल,शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल में वानिकी परियोजना के स्टॉल का किया लोकार्पण
-
हिमाचल

एसजेवीएन ने अपनी टनलिंग परियोजनाओं के लिए उन्नत भूगर्भीय मॉडल विकसित करने के लिए आईआईटी पटना के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए

-
ब्यूरो हिमालयन अपडेट | April 02, 2024 08:08 PM

शिमला,

 

एसजेवीएन ने ए.के. सिंह, निदेशक (वित्त), एसजेवीएन तथा श्री टी.एन. सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना की गरिमामय उपस्थिति में प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना (आईआईटी पटना) के साथ एक महत्‍वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। गीता कपूर, अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने कहा कि इस सहयोग का उद्देश्य उन्नत भूगर्भीय मॉडलों को आगे बढ़ाना है, जिससे एसजेवीएन की टनलिंग परियोजनाओं में समय एवं लागत ओवररन को काफी हद तक कम किया जा सके।  एमओयू का मुख्‍य उद्देश्‍य विविध भू-तकनीकी डेटा स्रोतों को एकीकृत करने के लिए अत्याधुनिक पद्धतियों को विकसित करना है।  इनमें एसजेवीएन की परियोजनाओं से भूगर्भीय सर्वेक्षण, बोरहोल डेटा, भू-भौतिकीय माप और निगरानी डेटा शामिल हैं।  इस सहयोग का उद्देश्य ओवरबर्डन और डिफॉर्मेशन के मध्‍य जटिल संबंधों का मूल्यांकन करना भी है, जिससे टनलिंग परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण सहायक प्रणालियों के मूल्यांकन और डिजाइन को बढ़ाया जा सके।  एकीकृत भू-तकनीकी डेटा और 3डी भूगर्भीय मॉडलों का दोहन करके, एसजेवीएन और आईआईटी पटना का लक्ष्य संभावित जोखिमों और खतरों को चिह्नित और उनका विश्लेषण करना है। इस साझेदारी के परिणामों में से एक प्रमुख परिणाम पूर्वानुमानित एनालिटिक्स एल्गोरिदम का विकास होगा।  ये एल्गोरिदम, एकीकृत भू-तकनीकी डेटा का लाभ उठाते हुए, संभावित जोखिमों का पूर्वानुमान लगाएंगे और विशेष रूप से टनलिंग परियोजनाओं के लिए तैयार की गई प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियां उपलब्‍ध कराएंगे।  इस प्रकार के सक्रिय उपायों से परियोजना निष्पादन के दौरान समय और लागत ओवररन को काफी हद तक कम करने की संभावना है। एमओयू पर हस्ताक्षर के अवसर पर एसजेवीएन से  आर.के. गुप्ता, मुख्‍य महाप्रबंधक (सिविल),  जितेंद्र यादव, महाप्रबंधक (वित्त), . हेमन्त कुमार शाकल्य, महाप्रबंधक (सिविल),  अक्षय आचार्य, महाप्रबंधक (भूविज्ञान) और आईआईटी पटना से प्रोफेसर ए. के. वर्मा भी उपस्थित रहे।  एसजेवीएन और आईआईटी, पटना इस रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से सततशील विकास और तकनीकी उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और हिमाचल खबरें
जयराम न रुकवाएं, तो प्रदेश को भूभू जोत टनल मिलना तयः मुख्यमंत्री हॉर्टिकल्चर कॉलेज ने जीता ओवरऑल चैंपियन का खिताब बागवानी मंत्री ने किया समराहन के फल संतति एवं प्रदर्शन उद्यान का निरीक्षण राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ केशव नगर द्वारा होटल लैंडमार्क से शेर ए पंजाब तक पथ संचालन निकाला गया। कलाकारों ने आपदा से बचाव पर लोगों को किया जागरूक त्योहारी सीज़न से पहले वॉलमार्ट अमेरिकी ग्राहकों के लिए लोकप्रिय भारतीय खाद्य ब्रांड लेकर आया विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया मुख्य अतिथि के रूप में हुए शामिल, शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल में वानिकी परियोजना के स्टॉल का किया लोकार्पण कोल्हू सिद्ध मंदिर मामले और पानी की समस्या को लेकर राजेंद्र राणा ने सरकार और  प्रशासन को लिखे पत्र भाजपा नेता कॉपी पेंसिल लेकर आएं, प्रदेश की आर्थिक स्थिति का सारा हिसाब देंगे : सुरेश कुमार
-
-
Total Visitor : 1,68,23,772
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy