शिमला,
इस कार्यक्रम में सभी स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भाग लिया और पथ संचालन में विशेष उत्साह दिखाई दिया, बाजार में जगह जगह इस दौरान पुष्पवर्षा की गई।
कार्यक्रम में विशेष रूम से राजीव विभाग बौद्धिक प्रमुख और जिला संघचालक अजय सूद उपस्थित रहे। राजीव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस अपने स्थापना के 100वें साल में प्रवेश करने जा रहा है यह एक ऐतिहासिक पल है। 2025 में संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में की थी, यह संगठन अनुशासन और देशभक्ति का अनूठा प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आरएसएस समाज सेवा के कार्यों को तेज करके और अपने शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से देश के कल्याण के लिए समर्पित देशभक्तों को तैयार करके हर वर्ग को सशक्त बना रहा है।
यह विरोध प्रदर्शन लोकतांत्रिक तरीका से ही होना चाहिए। जितने भी प्रदर्शन होते है उनमें किसी भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं होना चाहिए, चाहे यह प्रदर्शन प्रदेश में हो या केंद्र में।