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योगिक क्रियाओं के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य: प्रो. विनोद नाथ

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संपादकीय | September 17, 2024 08:35 PM

योगिक क्रियाएँ (योग अभ्यास) मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने और संतुलित रखने में अत्यधिक प्रभावी होती हैं। ये क्रियाएँ शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन बनाने में सहायक होती हैं।

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं हिंदुस्तानी अकादमी, प्रयाग राज उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी "समरस समाज के निर्माण में नाथ पंथ का अवदान" में योगी विनोद नाथ प्रमुख वक्ता के रूप में अमंत्रित थेi संगोष्ठी में “योगिक क्रियाओं के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य” शीर्षक पर योगी विनोद नाथ द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किया गया।

योग के विभिन्न अभ्यासों  उदाहरण के लिए ध्यान (Meditation), प्राणायाम (Breathing Exercises), आसन (Yoga Poses), योग निद्रा (Yogic Sleep), सकारात्मक विचार (Positive Thinking), आध्यात्मिक जागरूकता (Spiritual Awareness) का मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता हैI

ध्यान मानसिक शांति प्राप्त करने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। यह तनाव, चिंता, और डिप्रेशन को कम करने में मदद करता है। ध्यान के माध्यम से मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे मन शुद्ध और स्थिर होता है।प्राणायाम श्वास नियंत्रण पर आधारित है। ये क्रियाएँ मानसिक तनाव को कम करती हैं, ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाती हैं, और मानसिक शांति प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिए, अनुलोम-विलोम और भस्त्रिका प्राणायाम ध्यान को बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होते हैं।

विभिन्न योग आसनों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक संतुलन प्राप्त किया जा सकता है। जैसे कि शवासन (Corpse Pose) और बालासन (Child's Pose) मानसिक तनाव को दूर करने में सहायक होते हैं। योगासन के दौरान शरीर की मांसपेशियों का संतुलन और सही श्वास लेने की प्रक्रिया तनाव को कम करती है।योग निद्रा एक विशेष योगिक क्रिया है, जिसमें गहरे विश्राम की स्थिति में जाना होता है। यह मानसिक तनाव को कम करता है और मन को शांति देता है। यह विधि अनिद्रा (Insomnia) और अन्य मानसिक विकारों में भी सहायक हो सकती है।

योगिक क्रियाओं में सकारात्मक विचारधारा को प्रोत्साहित किया जाता है। नियमित योग अभ्यास से मस्तिष्क में सकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। योगिक अभ्यास मानसिक और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा देता है। यह आत्म-समझ को बढ़ाता है और जीवन के प्रति दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।

योग के ये विभिन्न अभ्यास मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक और प्रभावी साधन माने जाते हैं।

 

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