रामपुर बुशहर,
412 मेगावाट रामपुर हाइड्रो प्रोजेक्ट पावर स्टेशन कॉन्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन परियोजना प्रबंधन से खासे खफा चल रहे है। प्रबंधन को सौंपे मांग पत्र पर बातचीत न करने पर विरोध जताते हुए गुरूवार को मजदूरों ने सीटू के बेनर तले बायल, परियोजना पावर हाउस, दत्तनगर व झाकड़ी में रैली निकाली। रैली को सम्बोधित करते हुए सीटू जिला शिमला कमेटी अध्यक्ष बिहारी सेवगी व यूनियन के सचिव रिंकू राम ने कहा कि 412 मैगावाट प्रबंधक वर्ग व ठेकेदारों को यूनियन के द्वारा अपनी मांगों को लेकर 14 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था। जिसमें परियोजना के मजदूरों के लिए प्रमोशन पालिसी बनाई जाने, मजदूरों के लिए रेगुलर स्टाफ की तर्ज पर जूते बर्दी के लिए भत्ता दिये जाने, हर वर्ष मजदूरों के वेतन में वार्षिक इंक्रीमिंट लगाए जाने, रेगुलर स्टाफ की तर्ज पर मजदूरों के लिए बसें निरमंड और कोयल से बायल के लिए लगाने व मजदूरों को ट्रेड लगाना आदि मुख्य मांगे शामिल थी। लेकिन प्रबंधक वर्ग के द्वारा मजदूरों के द्वारा दिये मांग पत्र पर बातचीत की कोई पहल ही नही की जा रही है। उलटा परियोजना प्रबंधन द्वारा यूनियन के शीर्ष नेतृत्व को डराने का प्रयास किया जा रहा है।
सीटू नेताओं ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में ठेका मजदूर पिछले 11 -12 सालों से काम कर रहे हैं परन्तु उन्हें अभी तक कोई प्रोमोशन नहीं दिया गया है और न ही न्यूनतम वेतन के अलावा कोई सालाना इंक्रीमेंट मजदूरों को दिया गया है। जबकि प्रोजेक्ट का पूरा काम कॉन्ट्रैक्ट वरकर्स के द्वारा किया जा रहा है। फिर भी परियोजना द्वारा मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। यूनियन ने कहा कि यदि प्रबन्धक वर्ग के द्वारा मजदूरों की मांगों को अनदेखा किया गया तो आने वाले समय में मजदूर उग्र आंदोलन पर उतारू हो जाएगें। इस मौके पर राजकुमार, हेम राज, पुष्प राम, घनश्याम, आभे राम, पवन शर्मा, शेर सिंह, दुर्वासा, शीला, सुरजीत, बालकृष्ण, भूप सिंह, खेम राज, लोकेश, कला देवी, संतोष, पुष्पा, सरोज, तिलक राज, सेवा दासी, शीला, राम लाल, बलविंदर के अलावा कई अन्य मजदूर मौजूद रहे।