हमीरपुर,
होटल प्रबंधन संस्थान, हमीरपुर का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह आज मंडलायुक्त (मंडी एवं कांगड़ा) विकास लाबरू की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और शैक्षणिक, खेल व अन्य गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में विकास लाबरू ने कहा कि आज के दौर में नियमित शिक्षा के साथ-साथ क्षेत्र विशेष में दक्षता हासिल करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दूरदृष्टि व सकारात्मक प्रवृत्ति ही आपको दूसरों से अलग करती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ उद्यमिता विकसित करें और व्यवसाय की दिशा बदलकर नए आयाम स्थापित करने में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने की परिभाषा में राष्ट्र व समाज के प्रति समर्पण तथा मानवता का गुण भी अवश्य विकसित करें।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं और राज्य की कुल आबादी के दोगुने से भी अधिक सैलानी प्रतिवर्ष यहां घूमने के लिए पहुंचते हैं। एक अनुमान के अनुसार देश में सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 9 प्रतिशत पर्यटन व आतिथ्य सत्कार क्षेत्र से आता है और इससे लगभग साढ़े 8 प्रतिशत रोजगार पैदा होता है। हिमाचल में भी सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 6 प्रतिशत योगदान पर्यटन क्षेत्र का है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे नवोन्मेषी विचारों के साथ आगे बढ़ें और हिमाचल प्रदेश में पर्यटक कैसे अधिक समय तक ठहर सकें, ऐसी गतिविधियां विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करें।
इससे पूर्व संस्थान के प्रधानाचार्य एवं अतिरिक्त उपायुक्त, हमीरपुर रत्तन गौत्तम ने मुख्य अतिथि को शाल-टोपी व स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि देश के साथ-साथ हिमाचल में भी पर्यटन व्यवसाय तेजी से विकसित हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में साहसिक, पारिस्थितिकी (ईको) सहित पर्यटन के विविध क्षेत्रों में कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए उन्हें एक उद्यमी के रूप में विकसित करने की दिशा में सतत प्रयत्नशील है। संस्थान में शिक्षा प्राप्त करने के उपरांत छात्रों के रोजगार (प्लेसमेंट) प्राप्त करने की दर गत कई वर्षों से शत-प्रतिशत रही है। अनेक छात्रों ने स्वयं के उद्यम भी स्थापित किए हैं।
संस्थान के वरिष्ठ व्याख्याता व समन्वयक (शैक्षणिक प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट) पुनीत बंटा ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य, गायन व एकांकी के माध्यम से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिविक्षाधीन अधिकारी जफर इकबाल, सहायक आयुक्त सुनयना शर्मा, उपमंडलाधिकारी (ना.) हमीरपुर शशिपाल नेगी, नदौन दिलेराम तथा सुजानपुर शिवदेव सिंह, हिमाचल प्रशासनिक सेवा के परिविक्षाधीन अधिकारी पारस अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।