Thursday, January 02, 2025
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
हिमाचल टेनिस वॉलीबॉल टीम का बेहतरीन प्रदर्शन 26 वीं राष्ट्रीय टेनिस बॉल प्रतियोगिता में हिमाचल ने मिक्स डबल जूनियर में गोल्ड मेडल किया हासिल 30 और 31 दिसम्बर को आयोजित राजस्व अदालतों में निपटाए गए 1372 मामले- उपायुक्तबाल कल्याण एवं बाल संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक - मनमोहन शर्माखेलों इंडिया के खिलाडियों को प्रदेश सरकार द्वारा डाईट मनी और अन्य भत्ते जारी न करने पर खिलाडियों में भारी रोषधनेटा के कई गांवों में 3 से 10 तक प्रभावित रहेगी बिजली की आपूर्तिइस दिन होगी बचत भवन के विश्राम गृह, दुकान और पार्किंग के कमरे की नीलामीविधायक संजय अवस्थी द्वारा 2 जनवरी, 2025 को शिमला से जारी प्रेस वक्तव्यउपायुक्त ने सड़क सुरक्षा को लेकर दिलाई शपथ 
-
कविता

देव धरा पर बहता कलकल,प्रिय स्वर में संगीत ;अंजना सिन्हा 'सखी'

-
अंजना सिन्हा 'सखी' | June 26, 2023 02:08 PM
फोटो:अंजना सिन्हा 'सखी'

 

शंभु जटा से निकली गंगा,धोने सबके पाप।
मोक्षदायिनी हर लेती है,जितने हों अभिशाप।


अमृत जैसा नीर गंग का,जाने सारे राज।
औषध बनकर जीवन देना,
उसका ये ही काज।।
जो भी तट पर आए उसके,हर लेती संताप.
शंभु जटा से निकली गंगा, धोने सब के पाप।।

देव धरा पर बहता कलकल,प्रिय स्वर में संगीत।
दृष्टि न हटती है धारा से,जो है परम् पुनीत।।
यज्ञ धूम्र सी उठे नीर से,शरद काल में भाप...
शंभु जटा से निकली गंगा, धोने सारे पाप।।

इसको मैली क्यों कर डाली,इतना भी क्या स्वार्थ।
हम सब कूड़ा कचरा डालें,यह करती परमार्थ।।
इस पर तो मत लगने देना,
दूषितपन की छाप..
शंभु जटा से निकली गंगा,धोने सबकेक पाप।।

मांँग रही मांँ मैं भी तुमसे,देना अमर सुहाग।
घर अंगना में पुष्प खिले हों, खुशियों के हों राग।।
मैं हूँ एक भिखारिन झोली,भरने वाली आप..
शंभु जटा से निकली गंगा,
धोने सबके पाप।।

 

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और कविता खबरें
आओ हम स्कूल चले, नव भारत का निर्माण करें। एसजेवीएन लिमिटेड द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्‍मेलन का आयोजन राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान 2023 से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा https://youtube.com/watch?v=CwwB-3QWd7c&si=sDQTJwQAxAjzhthR हिंदी की यही अभिलाषा हिंदी बने राष्ट्रभाषा; लोकेश चौधरी क्रांति आन मिलो मुरारी: सबके चित में तुम बसे , जैसे मुरली ताल शान ए कांगडा़ सम्मान से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा आज मैं आजादी की गाथा सुनाती हूं ,कैसे मिली आजादी यह सबको बताती हूंं ; लोकेश चौधरी ' क्रांति नैनों में तस्वीर तुम्हारी ,दिल में यादों का संसार ;अंजना सिन्हा "सखी पुकार रही है उसकी सजनी, अबकी मिल जाए मेले; अंजना सिन्हा "सखी " जय हिंद के प्रहरी ; पूनम त्रिपाठी "रानी"
-
-
Total Visitor : 1,70,21,890
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy