आनी,
आनी क्षेत्र के सुप्रसिद्ध देवता व्यास ऋषि कुंईरी महादेव लगभग 60 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद रघुपूर गढ के ऐतिहासिक दौरे पर जाऐंगें।
देवता के स्वधाम कुंईर मे मुख्य गणों में से एक अत्यंत शक्तिशाली गण भैरौ के अठारह बारह के छत्र का पुनर्निर्माण किया जा रहा है. जिसकी प्रतिष्ठा आषाढ 13 प्रविष्टे बुधवार विक्रमी संवत् 2081 तदानुसार 26 जून 2024 बुधवार को देवाज्ञानुसार देवालय कुंईर में की जा रही है | देवता के कारदार इन्द्र सिंह तथा स्थानीय निवासी आशीष शर्मा ने बताया कि प्रतिष्ठा के बाद कुंईरी महादेव व्यास ऋषि 60 वर्षों के बाद
रघुपूर गढ के ऐतिहासिक दौरे पर जा रहे हैं। जिसके लिए प्रभु देवालय से आषाढ 15 प्रविष्टे तदानुसार 28 जून 2024 शुक्रवार को अपनी 12/20 कराड हार के फरूटी गांव के लिए प्रस्थान करेंगे | जबकि आषाढ 16 प्रविष्टे तदानुसार 29 जून 2024 शनिवार को प्रभु फरूटी गांव से रघुपूर गढ के लिए प्रस्थान करेंगे और शुश में शाठकी कैंद के झरौणू मंदिर से प्रभु के मूल विग्रह गौज़ का प्रभु संग मिलन होगा। उसके बाद देवता अपने लाव लश्कर और तीन गढ सात हारों के हारियानों संग रघुपूर गढ के लिए प्रस्थान करेंगे । वहीं आषाढ 17 प्रविष्टे तदानुसार 30 जून 2024 रविवार को कुंईरी महादेव व्यास ऋषि की गढ फेरी होगी और जग्नाह पूजा होगी और पूजा उपरांत प्रभु स्वधाम कुंईर के लिए वापिस प्रस्थान करेंगे । भक्त आशीष शर्मा ने बताया कि आषाढ 18 प्रविष्टे 1 जुलाई 2024 को देवता साहिब के देवालय कुंईर में जग्नाह स्थापना होगी और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा । आशीष शर्मा ने बताया कि इससे पहले कुंईरी महादेव का रघुपूर गढ का दौरा 1964 में हुआ था. जिसमें देवता खुड्डीज़हल और टकरासी नाग भी शामिल थे ।
मंदिर कमेटी के सचिव ठाकुर दास वर्मा. भडारी शेर सिंह. गुर ओम प्रकाश. राजू. प्रेम वर्मा ने तीन गढ सात हारों के समस्त हारियानों से निवेदन है कि वे अधिकाधिक संख्या में प्रभु के इस ऐतिहासिक रघुपूर गढ की यात्रा में शामिल होकर इस दौरे को सफल बनाएं ।