Monday, February 03, 2025
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
मुख्यमंत्री ने सोलन जिले के विकासात्मक कार्यों की समीक्षा कीएनएसआईसी और एनटीपीसी के प्रयासों से महिलाएं बन रही सवाबलम्बीसरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों के कॉमन कैडर से सुनिश्चित होगी बेहतर चिकित्सा शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएंरोहित ठाकुर ने सुंडली में की क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह की अध्यक्षता30 और 31 जनवरी को दो दिन आयोजित राजस्व अदालतों में निपटाए गए 1624 मामले- उपायुक्तअनूठी पहल : बारीं पंचायत में विवाह व जन्मोत्सव पर रोपने होंगे पौधे , पौधे रोपकर देना होगा पंचायत में फोटोकेंद्रीय बजट से बौद्ध टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा, मैडीकल टूरिज्म से भी मिलेगा बल : नंदा केंद्र का बजट निराशा जनक, बजट में हिमाचल के साथ हुआ सौतेला व्यवहार
-
विशेष

क्वारंटीन से निकलते ही कोरोना की लड़ाई में डटे आदित्य

-
हिमालयन अपडेट ब्यूरो | May 09, 2020 02:44 PM

कुल्लू,


हजारों किलोमीटर दूर विदेेश में समंदर के बीच कई महीनों तक जहाज पर ड्यूटी देने के बाद अपने घर लौटने की खुशी और उत्सुकता किसे नहीं होती? अरसे बाद अपने परिजनों के बीच खुशियां बांटना आखिर किसे अच्छा नहीं लगता? लेकिन, अगर आपको घर पहुंचने के बावजूद चार हफ्तों तक अपनों से अलग रहना पड़े तो इसके लिए बहुत ही धैर्य एवं संयम की आवश्यकता होगी। आज का यह कोरोना काल विश्व के हर व्यक्ति से यही धैर्य एवं संयम मांग रहा है।
   जी हां, किन्हीं कारणों से क्वारंटीन पर रखे गए लोग अगर चंद दिनों तक थोड़ा सा धैर्य एवं संयम रखें तो वे कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने में बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं। कुछ ऐसा ही करके दिखाया है मर्चेंट नेवी के एक युवा अफसर आदित्य गौतम ने।
  19 मार्च को सिंगापुर से कुल्लू लौटे आदित्य ने एक जिम्मेदार एवं जागरुक नागरिक का परिचय देते हुए खुद को घर में ही 28 दिन तक क्वारंटीन करके एक मिसाल कायम की है।
 19 मार्च को जब आदित्य दिल्ली-भुंतर की फ्लाइट से कुल्लू के सुल्तानुपर स्थित अपने घर पहुंचे तो उस समय हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण की आशंका को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए थे। प्रदेश में यह कोरोना संकट का शुरुआती दौर ही था, लेकिन दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों में कोरोना विकराल रूप धारण कर चुका था। आदित्य इस खतरे से भली-भांति परिचित थे।
  19 मार्च को ही कुल्लू के एसडीएम अनुराग चंद्र शर्मा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुशील चंद्र शर्मा ने आदित्य को फोन करके तुरंत होम क्वारंटीन में रहने के निर्देश दिए। एक जिम्मेदार एवं जागरुक नागरिक का परिचय देते हुए आदित्य ने अपने आपको घर में ही अलग कमरे में क्वारंटीन कर लिया।
   कई महीनों के बाद विदेश से घर आए मर्चेंट नेवी के इस युवा अफसर को पत्नी आदिति, तीन वर्षीय बेटे माधव, माता-पिता, बुआ और छोटे भाई के संयुक्त परिवार के बीच खुशियां साझा करने के बजाय एक बिलकुल अलग कमरे में 28 दिनों तक रहना भावनात्मक रूप से आसान नहीं था। लेकिन, उन्होंने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन किया और क्वारंटीन की अवधि पूरी होने के बाद ही घर से बाहर निकलना शुरू किया।
  इन परिस्थितियों से एक सबक लेते हुए आदित्य ने कोरोना संकट से लड़ाई में सक्रिय योगदान देने तथा जरुरतमंद लोगों की मदद का संकल्प लिया। शहर में गरीब लोगों और प्रवासी मजदूरों के लिए राशन व भोजन मुहैया करवा रही संस्थाओं को आर्थिक योगदान के साथ-साथ उन्होंने बड़े पैमाने पर मास्क तैयार करवाने तथा आम लोगों के बीच बांटने की पहल की। अभी तक वह अन्य साथियों के सहयोग से तीन-चार हजार मास्क बांट चुके हैं।
  इस प्रकार कोरोना संक्रमण के बहुत बड़े हाॅट-स्पाॅट दक्षिण-पूर्वी एशिया से लौटे मर्चेंट नेवी अफसर ने न केवल क्वारंटीन के नियमों का पालन किया, बल्कि अब वह कोरोना विरोधी लड़ाई में सक्रिय योगदान भी दे रहे हैं।

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और विशेष खबरें
उप राजिक मोहर सिंह छींटा सेवानिवृत वन चौकीदार से BO बनने तक का संघर्षपूर्ण सफर । नाम सक्षम ठाकुर योगा में हिमाचल और परिवार का नाम कर रहा ऊँचा विदेश से नौकरी छोड़ी, सब्जी उत्पादन से महक उठा स्वरोजगार सुगंधित फूलों की खेती से महकी सलूणी क्षेत्र के किसानों के जीवन की बगिया मौत यूं अपनी ओर खींच ले गई मेघ राज को ।हादसास्थल से महज दो किलोमीटर पहले अन्य गाड़ी से उतरकर सवार हुआ था हादसाग्रस्त आल्टो में । पीयूष गोयल ने दर्पण छवि में हाथ से लिखी १७ पुस्तकें. शिक्षक,शिक्षार्थी और समाज; लायक राम शर्मा हमें फक्र है : हमीरपुर का दामाद कलर्स चैनल पर छाया पुलिस जवान राजेश(राजा) आईजीएमसी शिमला में जागृत अवस्था में ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपेरशन किसी चमत्कार से कम नहीं लघुकथा अपने आप में स्वयं एक गढ़ा हुआ रूप होता है। इसे यूँ भी हम कह सकते हैं - गागर में सागर भरना
-
-
Total Visitor : 1,70,81,326
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy