उन्होंने 7 साल तक नियमित ( रेगुलर) चौकीदार के पद पर कार्य किया, जहां उनकी निष्ठा, समर्पण, और अत्याधिक मेहनत ने उन्हें विभाग में विशेष पहचान दिलाई। उनके कर्तव्यों के प्रति निष्ठा देखकर हिमाचल प्रदेश वन विभाग ने उन्हें बतौर वन रक्षक (Forest गार्ड) प्रमोट किया।