रजनीश शर्मा / हमीरपुर
पंचायत चुनावों को लेकर न केवल पहली बार वोट डालने वाले या महिला-पुरुषों में उत्साह दिख रहा है बल्कि यह उत्साह बुजुर्गों में भी दिख रहा है। कहीं बुजुर्ग बेटे या बहु का सहारा लेकर वोट डालने पोलिंग बूथ तक पहुंचने की बात कर रहे हैं तो कहीं किसी की पीठ पर लद कर वोट डालने की बात कर रहे हैं।
हमीरपुर जिले के टौणी देवी ब्लॉक के बारीं गाव की बुजुर्ग 95 वर्षीय बोहरी देवी पत्नी रामशरण पिछले 60 साल से हर चुनाव में मतदान कर अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर रही है। वह इस बार भी 19 जनवरी को बारीं स्कूल में स्थित पोलिंग स्टेशन पर मतदान करने के लिए तैयार है।
बोहरी देवी को यह भी पता है कि बारीं पंचायत से प्रधान पद के लिए कौन कौन चुनाव लड़ रहा है।इस उम्र में भी बोहरी देवी सारा काम करने की क्षमता रखती है। मतदान को लेकर इनकी जागरूकता उन लोगों के लिए सन्देश है जो मतदान करने से टलते हैं।
इस बारे में उनके पारिवारिक सदस्य सुनील उर्फ सन्नी ने बताया कि साधारण जीवन और संतुलित खानपान के कारण उनकी दादी अभी भी चुस्त दुरुस्त है। उन्होंने कहा कि बारीं और झानिक्कर सहित अन्य वार्डों के बुज़ुर्ग भी पंचायत चुनावों को लेकर जागरूक हैं तथा मतदान करेंगे।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोई भी बीमारी या परेशानी इन बुजुर्गों को वोट डालने से नहीं रोक सकती। बुजुर्गों की यही सोच है कि इस बार के प्रधान , उपप्रधान, पंच, बी डी सी और जिला परिषद सदस्य चुनने में वह अपना पूरा योगदान दे सकें। इन बुजुर्गों को देखकर सभी को वोट डालने की सीख लेनी चाहिए।