(दरभंगा)बिहार,
जिले की शिक्षिका/साहित्यकार सृष्टि मुखर्जी को अमेरिका की संस्था सत्यमेव जयते (यू एस ए) ने शिक्षा रत्न सम्मान देकर सम्मानित किया है। देश के नौ शिक्षक शिक्षिकाओं में शामिल मुखर्जी की हेकाक इंस्टीट्यूट्शन लहेरियासराय में पदस्थापित है।
मुखर्जी के अनुसार उन्हें यह सम्मान सत्यमेव जयते संस्था द्वारा उनके सेवा भाव और शैक्षणिक गतिविधियों को नवाचार रुप में प्रस्तुत करने हेतु प्रदान किया गया है। उनका यह भी कहना है कि जब कोरोना के कारण स्कूल बंद थे, तब उन्होंने बच्चों को आनलाइन शिक्षण कराया। बिहार में शिक्षकों के समूह 'द बिहार टीचर हिस्ट्री' के सदस्य शिक्षक आनलाइन शैक्षणिक गतिविधियों का निर्वहन करते हुए अपने शैक्षणिक दायित्व का निर्वहन करते हैं,से जुड़कर उन्होंने भी अपनी सेवाएं देने का काम शुरु किया। तीन माह के कैचप कोर्स के उपरांत छात्रों के पढ़ाई का वीडियो यू ट्यूब, फेसबुक में अपलोड कर उनके स्मार्ट फोन में पहुँचाने का कार्य किया।जिससे बच्चे सुरक्षित घर पर रहकर अपने शैक्षणिक कार्यों को सुगमता से संपादित कर पा रहे हैं।
अनेकों साहित्यिक सम्मान प्राप्त और अब शिक्षा रत्न सम्मान प्राप्त कर प्रफुल्लित सृष्टि का कहना है कि यदि शिक्षक अच्छा कार्य करेंगे तो उनका सम्मान तो होगा ही,साथ ही शिक्षक का गौरव भी बना रहेगा।
अनेक शैक्षणिक, साहित्यिक, सामाजिक संगठनों और उनके पदाधिकारियों, सदस्यों सहित अनेक गणमान्य लोगों ने सृष्टि मुखर्जी को बधाइयाँ और शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता व्यक्त कर उनके निरंतर प्रगति की कामना की है।