आभासी दुनिया
बदलते समय और नई तकनीक के साथ दुनिया सिमट रही है। जो बातें कल तक तक अविश्वसनीय लगती थी आज सच साबित हुई हैं। नई तकनीक ने मानों हम सबको आपस मे जोड़ सा दिया है। चाहे हम दुनिया के किसी छोर में रहें इस आभासी दुनिया के सहारे एक दूसरे को देख और सुन सकते हैं । ये आज विज्ञान की बहुत बड़ी उपलब्धि है, जिसकी परिकल्पना आज से सालों पहले शायद ही किसी ने की होगी।
इस आभासी दुनिया ने हमारे लिए नई नई जानकारियों और चीजों से परिचित कराया है। हम घर बैठे हर प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आभासी दुनिया ने हमारा दायरा बढ़ा दिया है। इसके सहारे हम दूसरे राज्यों और देशों के लोगों तक पहुँच सकते हैं और अपनी बात पहुँचा सकते हैं।
जो लोग अपना रोजगार चलाते हैं या छोटे व्यवसायी हैं वो सीधे अपने खरीददार से जुड़ सकते है और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बनाई चीजें पहुँचा सकते हैं। इस से उन्हें सीधा फायदा होता है और अपने माल की सही कीमत मिलती है।इसी प्रकार कोई भी कलाकार, कवि या लेखक आभासी दुनिया के सहारे अपनी कला को दूर दूर तक पहुंचा सकता है जो कि पहले काफी कठिन था।
इस आभासी दुनिया ने हमें कई मित्र और शुभचिंतक भी दिए हैं। अगर हम दिल से निभाएं तो इन आभासी रिश्तों में भी उतनी ही आत्मीयता मिलती है जितनी वास्तविक रिश्तों में मिलती है। इन आभासी रिश्तों में भी ऐसी प्रगाढ़ता हो जाती है मानों हमारा पारिवारिक संबंध हो। हम अपने सुख दुख इनके साथ साझा करते हैं और हमारा अकेलापन कुछ हद तक कम भी हो जाता है। ख़ासकर बुज़ुर्गों के लिए ये आभासी दुनिया वक्त बिताने का अच्छा विकल्प साबित होती है।
कई अच्छी बातों के साथ इस आभासी दुनिया के कुछ नुकसान भी हैं । यहॉं कौन व्यक्ति सही है कौन गलत ये पहचानना मुश्किल होता है। कई बार लोग धोखाधड़ी का शिकार भी हो जाते हैं, इसलिए आभासी दुनिया मे मित्रता करने से पहले लोगों को भलीभांति जान लेने और चौकन्ना रहने की जरूरत है।
अक्सर बच्चों को इस आभासी दुनिया की लत लगने की बातें भी सामने आती हैं। बच्चे इस आभासी दुनिया की चकाचौंध में अपनी पढ़ाई और भविष्य के बारे में भूल कर खोकर रह जाते हैं। इस से उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर होता है। ऐसे में अभिभावकों की भूमिका अहम हो जाती है उन्हें बच्चों को इसकी अच्छाई और बुराई के बारे में अबगत कराना चाहिए।
अतः इस आभासी दुनिया के फायदे और नुकसान दोनों हैं, याब ये हमपर निर्भर करता है कि हम इसका उपयोग कैसे करते हैं।
( स्वरचित )