ये रंग इंद्रधनुषी,
ये रंग सप्त रंगी
क्या कह रहे हमसे
आ समझे इनकी बोली
ये धानी रंग मेरा
उस पनिहारी का चेहरा
आड़े घूँघट की ओट से
जो तकती मुख मेरा
आये गा इक दिन
वो फौजी भी मेरा
तुम आना फिर उस दिन
तब देखूँ गी तेरा चेहरा...
ये हरा रंग मेरा
उस पगली का ठहरा
जो कहती है मुझसे
मेरे वीर का सेहरा
वो डालेगा झूला
फिर लगाना तू फेरा
तब देखूंगी तेरा ये
रंगीन चेहरा....
ये पीला रंग मेरा
उस किसान का ठहरा
जो कहता है मुझसे
मेरे खेतोँ में सरसों
का बसेरा....
तुम आना उस दिन
खिलेगें जब फूल
तब देखूंगा मैं
ये पीला रंग तेरा..
लाल रंग मेरा उस
लाल का ठहरा
जो कहता मुझसे
तुम आना उस दिन
जब होगी दुश्मन से जंग
तब देखूंगा मैं
किसका है गहरा
ये श्याम रंग मेरा
उस माँ ठहरा...
जो बुनती है सपने
श्याम आएगा मेरा
वो कहती है मुझसे
तुम आना पुत्र मेरे
मिलाऊँगाी तुमको
उस लाल से मेरे..
उसके तेज के आगे
फीके सब रंग तेरे..
ये रंग इंद्रधनुषी
ये रंग सप्तरंगी....