शिमला,
राजकीय भाषाई अध्यापक संघ के राज्य अध्यक्ष हेमराज ठाकुर ने बताया कि करवा चौथ, रक्षाबंधन और भैया दूज के पर्व भारतीय संस्कृति के अभिन्न त्योहार है। इन अवसरों पर महिला कर्मचारियों को सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में छुट्टियों का स्वागत है पर उन्होंने यह भी मांग उठाई है कि ये तीनों अवकाश मात्र महिला कर्मचारियों का न दे कर सार्वजनिक होने चाहिए। उन्होंने बताया कि विशेष तौर पर स्कूलों में ये पर्व बहुत मुसीबत तब बन जाते हैं,जब किसी स्कूल में महिला शिक्षक अधिक होती है और पुरुष शिक्षक कम। कई स्कूलों में तो इन अवसरों पर किसी दूसरे स्कूल से पुरुष शिक्षकों का तबादला भी करवाना पड़ता है। ऐसे में बच्चों को इन अवसरों पर स्कूलों में संभालना मुश्किल हो जाता है और स्कूलिंग इन अवसरों पर कई स्कूलों में महज हाजरी मात्र ही बन कर रह जाती है। ऐसे में संघ ने मांग उठाई है कि इन अवसरों के अवकाश पर एक बार सरकार और शिक्षा विभाग को तो विशेष रूप से पुनः विचार करना चाहिए। हेमराज ने बताया कि सांस्कृतिक रस्मों के आधार पर भी ये अवकाश सार्वजनिक होने चाहिए। क्योंकि ये त्योहार स्त्री पुरुषों की संयुक्त भावनाओं से जुड़े हैं। भाई घर पर न हो और बहन राखी ले कर आए। ऐसा ही भैया दूज का भी है। रही करवा चौथ की बात तो उस दिन तो पति को विशेष रूप से पत्नी के साथ होना चाहिए। हेमराज ने बताया कि वैसे तो सभी विभागों में ये छुटियां होनी चाहिए पर शिक्षा विभाग में तो हर हाल में होनी चाहिए।