शिमला,
हिमाचल प्रदेश राजकीय भाषाई अध्यापक संघ के राज्य अध्यक्ष हेमराज ठाकुर, सचिव अर्जुन सिंह,महिला मोर्चा अध्यक्ष मीरा देवी ,संस्थापक नरेन्द्र कुमार शर्मा,संयोजक धनवीर सिंह तथा सभी जिलों के प्रधानों और अन्य पदाधिकारियों ने शिक्षा विभाग के समक्ष आवाज उठाते हुए खेद प्रकट किया है कि आखिर क्यों शिक्षा विभाग हिन्दी और संस्कृत शिक्षकों के साथ बार बार जानबूझ कर वही गलती दोहरा रहा है? संघ के राज्य अध्यक्ष हेमराज ठाकुर ने बताया कि 20अगस्त 2022 को सचिव स्तर पर,25 फरवरी 2023 को निदेशक स्तर पर सपष्टिकरण के साथ अधिसूचित तथा 4 सितम्बर 2023 को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा नयायीकृत टी जी टी हिन्दी और टी टी टी संस्कृत पदनाम को पूर्ण रूप से मोहर लग चुकी है पर विभाग अभी भी इन अध्यापकों की भर्तियों और अन्य सूचनाओं को सी & वी वर्ग में ही अधिसूचित कर रहा है।हेमराज ने यह भी बताया कि अब तो संस्कृत व हिन्दी शिक्षकों के भर्ती नियमों में भी विभाग ने NCET की गाइड लाइन के अनुसार बदलाव कर दिया है।इतना ही नहीं बोर्ड ने भी इन शिक्षकों की टेट परीक्षाओं के पैट्रन में NCET के निर्देशों के तहत ही बदलाव कर दिया है।फिर भी विभाग द्वारा इसी गलती को दोहराना और स्कूलों के मुखियाओं द्वारा अभी भी इन शिक्षकों को LT और शास्त्री ही उपस्तिथि पंजीकाओं में लिखना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। संघ ने विभाग से मांग उठाई है कि इस गलती को तुरन्त ठीक किया जाए और भविष्य में ऐसी त्रुटि न दोहराई जाए। संघ ने यह भी मांग की है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों को भी शिक्षा विभाग अति शीघ्र स्कूल स्तर तक लागू करवाएं।